नई दिल्ली: हॉलीवुड फिल्मकार हार्वे विनस्टीन को न्यूयॉर्क के एक न्यायाधीश ने बुधवार को 23 वर्ष की सजा सुनाई. करीब दो सप्ताह पहले वह बलात्कार और यौन उत्पीड़न के मामले में दोषी करार दिए गए थे.
सीएनएन के मुताबिक सजा सुनाए जाने के थोड़ी देर बाद ही विनस्टीन को सीने में दर्द होने के कारण अस्पताल ले जाया गया है.
न्यायाधीश जेम्स बर्क ने विनस्टीन के पक्ष की उन याचिकाओं को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने उनके मुवक्किल को पांच वर्ष की न्यूनतम सजा देने की मांग की थी. विनस्टीन (67) 24 फरवरी को यौन अपराध और बलात्कार के मामले के दोषी पाए गए थे.
अक्टूबर 2017 के बाद उनपर कई महिलाओं ने यौन शोषण के आरोप लगाए. विन्सटीन पर 80 से ज्यादा महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया था. जिसके बाद सोशल मीडिया पर मीटू कैंपेन तेज़ी से फैलने लगा. इसके बाद कई प्रभावशाली व्यक्तियों पर इस तरह के मामले सामने आए. जिसे ‘विन्सटीन प्रभाव’ के नाम से जाना जाने लगा.
विन्सटीन को बलात्कार के मामले में 25 मई 2018 को न्यू यॉर्क से गिरफ्तार किया गया. जिसके बाद उनपर 6 जनवरी 2020 से मुकदमा शुरू हुआ. 24 फरवरी 2020 को वो दो आरोपों में दोषी पाए गए जिसके बाद 11 मार्च को उन्हें 23 साल की सजा सुनाई गई.
विन्सटीन और उनके भाई बॉब विन्सटीन ने मिलकर एक एंटरटेनमेंट कंपनी मीरामैक्स बनाई थी. इस कंपनी ने कई सारी फिल्में बनाई जिसमें सैक्स, लाइस और वीडियोटेप, द क्राइिंग गेम, पल्प फिक्शन, हैवनली क्रैचर्स, शैक्सपेयर इन लव शामिल है.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)