नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को कहा कि उन्होंने भारत-अमेरिका साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ ‘पर्याप्त चर्चा’ की और उनके नेतृत्व और नई दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए उन्हें धन्यवाद दिया.
बाइडन ने यहां वियतनाम की राजधानी में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मानवाधिकारों के सम्मान के महत्व को भी उठाया.
अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में भारत की अपनी पहली यात्रा पर नई दिल्ली आए बाइडन ने मोदी के साथ व्यापक बातचीत की. उन्होंने 31 ड्रोन की भारत की खरीद और जेट इंजनों के संयुक्त विकास में आगे बढ़ने का स्वागत करते हुए द्विपक्षीय प्रमुख रक्षा साझेदारी को गहरा और विविधतापूर्ण करने का संकल्प व्यक्त किया.
बाइडन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी को उनके नेतृत्व और उनके आतिथ्य तथा G20 की मेजबानी के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. उन्होंने और मैंने इस बारे में पर्याप्त चर्चा की है कि हम पिछले जून में प्रधानमंत्री की व्हाइट हाउस यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका के बीच बनी साझेदारी को कैसे मजबूत करना जारी रखेंगे.”
उन्होंने कहा, “जैसा कि मैं हमेशा करता हूं, मैंने मोदी के साथ मानवाधिकारों के सम्मान और एक मजबूत व समृद्ध देश के निर्माण में नागरिक संस्थाओं और स्वतंत्र प्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका के महत्व को उठाया.”
मोदी और बाइडन की द्विपक्षीय वार्ता के बाद शुक्रवार को जारी संयुक्त बयान के अनुसार, “नेताओं ने इस बात पर फिर से जोर दिया कि स्वतंत्रता, लोकतंत्र, मानवाधिकार, समावेशन, बहुलवाद और सभी नागरिकों के लिए समान अवसर के साझा मूल्य हमारी सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं जिसका हमारे देश आनंद लेते हैं और ये मूल्य हमारे संबंधों को मजबूत करते हैं.”
बाइडन ने जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत में की गईं महत्वपूर्ण बैठकों के बारे में भी बात की.
उन्होंने कहा, “यह हमारे वैश्विक नेतृत्व और उन चुनौतियों को हल करने के वास्ते हमारी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण क्षण था जो दुनिया भर के लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं. समावेशी विकास और सतत विकास में निवेश करना, जलवायु संकट का समाधान करना, खाद्य सुरक्षा और शिक्षा को मजबूत करना, वैश्विक स्वास्थ्य और स्वास्थ्य सुरक्षा को आगे बढ़ाना इसमें शामिल हैं.”
उन्होंने कहा, “हमने दुनिया को दिखाया कि अमेरिका हमारे साझा भविष्य के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण वाला भागीदार है.”
भारत को यूरोप से पश्चिम एशिया और इजराइल से जोड़ने वाले गलियारे पर उन्होंने कहा कि यह परिवर्तनकारी आर्थिक निवेश के लिए अनकहे अवसर खोलने जा रहा है.
उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन में “यूक्रेन में अवैध युद्ध” पर भी चर्चा की गई और न्यायसंगत तथा स्थायी शांति की आवश्यकता पर पर्याप्त सहमति थी.
बाइडन ने यह भी कहा कि उन्होंने नई दिल्ली में G20 के मौके पर चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग से मुलाकात की. बाइडन ने रियल एस्टेट क्षेत्र और उच्च युवा बेरोजगारी के मुद्दों का हवाला देते हुए चीन की आर्थिक स्थिति को ‘संकट’ कहा.
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