scorecardresearch
Wednesday, 1 May, 2024
होमविदेशफ्रेंच लेखिका एनी एनॉक्स को साहित्य में नोबेल पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया जाएगा

फ्रेंच लेखिका एनी एनॉक्स को साहित्य में नोबेल पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया जाएगा

एनी का कहना है कि लेखन एक राजनीतिक कार्य है, जो सामाजिक असमानता की ओर हमारी आंखें खोलता है. इस उद्देश्य के लिए वह कल्पना के पर्दे को फाड़ने के लिए भाषा को 'चाकू' के रूप में उपयोग करती हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: रॉयल स्वीडिश एकेडमी ने गुरुवार को फ्रांस की लेखिका एनी एनॉक्स को साहित्य के क्षेत्र में 2022 का नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की. नोबेल कमेटी के मुताबिक, ‘एनी को साहस और नैतिक सटीकता के साथ व्यक्तिगत स्मृति की जड़ों, व्यवस्थाओं और सामूहिक प्रतिबंधों को उजागर करने के लिए चुना गया है.’

एनी ने साहसिक क्लिनिकल एक्यूटी पर कई लेख लिखे हैं. उनका जन्म साल 1940 में हुआ था. नॉरमैंडी के छोटे से शहर यवेटोट में उनकी परवरिश हुई थी, जहां उनके माता-पिता की एक किराने की दुकान और कैफे था. बतौर लेखक का उनका संघर्ष काफी लंबा और कठिन था.

नोबेल पुरस्कार विजेता, अपने लेखनी में लगातार लिंग, भाषा और वर्ग से जुड़ी असमानताओं को उजागर करती हैं. उन्होंने 30 से अधिक साहित्यिक रचनाएं लिखी हैं.

वह अपने ज्यादातर आत्मकथात्मक कार्यों के लिए जानी जाती हैं. उनकी ए वूमन स्टोरी, ए मैन्स प्लेस और सिंपल पैशन स्टोरी काफी प्रख्यात है.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

उन्होंने 1974 में अपने साहित्यिक जीवन की शुरुआत की थी. हालांकि, एनी खुद हमेशा इस बात को कहती रही हैं कि वह फिक्शन लिखती हैं. एनी ने अपनी शैली को ‘फ्लैट राइटिंग’ (ईक्रिचर प्लेट) बताती हैं. उनकी कई रचनाओं का अंग्रेजी में अनुवाद किया गया है. उन्हें 2019 में उनकी किताब द इयर्स के लिए इंटरनेशनल बुकर प्राइज के लिए भी नामांकित किया गया था.

उनकी 20 से अधिक किताबें, उनके जीवन और आसपास के लोगों के जीवन की घटनाओं पर आधारित हैं. वे यौन उत्पीड़न, गर्भपात, बीमारी और उनके माता-पिता की मृत्यु को दर्शाती हैं.

एनी का कहना है कि लेखन एक राजनीतिक कार्य है, जो सामाजिक असमानता की ओर हमारी आंखें खोलता है. इस उद्देश्य के लिए वह कल्पना के पर्दे को फाड़ने के लिए भाषा को ‘चाकू’ के रूप में उपयोग करती हैं.

नोबेल पुरस्कार विजेता एनी लिखने की आजादी में विश्वास रखती हैं. उनका काम समझौता नहीं करता है, जो सरल और साफ-सुथरी भाषा में होता है.


यह भी पढे़ं: 10 लाख से अधिक लंबित मामले, 37% खाली पड़े पद, इलाहाबाद HC के वकील नहीं चाहते कि कोई ‘बाहरी’ बने जज


share & View comments