इस्लामाबादः पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को देश के शीर्ष भ्रष्टाचार निरोधक निकाय द्वारा फर्जी बैंक खातों के मामले में सोमवार को यहां उनके निवास से गिरफ्तार किया गया. उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. देश के शीर्ष भ्रष्टाचार रोधी निकाय ने तब गिरफ्तारी की जब उच्च न्यायालय (IHC) ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी जिसमें गिरफ्तारी की अवधि बढ़ाने को मांग की गई थी.
पाकिस्तान के नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) की 15 सदस्यीय टीम ने पुलिसकर्मियों के साथ, पीपीपी के सह-अध्यक्ष को इस्लामाबाद में उनके आवास से गिरफ्तार किया. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार जरदारी के बच्चे बिलावल और असीफा और पार्टी के कई कार्यकर्ता उनकी गिरफ्तारी के समय मौजूद थे. 2008 से 2013 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति जरदारी और उनकी बहन को फ़र्ज़ी खातों के ज़रिए मनी लॉन्ड्रिंग का दोषी पाया गया है. दोनों के पास अब सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का विकल्प है.
गिरफ्तारी के बाद, पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी के प्रवक्ता, मुस्तफा नवाज़ खोखर ने पार्टी समर्थकों से शांतिपूर्ण रहने का आग्रह किया है. खोखर ने कहा, ‘हम आईएचसी के लिखित आदेश का इंतजार कर रहे हैं.’ यह मामला कथित रूप से एक जाली बैंक खाते के माध्यम से किए गए 4.4 अरब रुपये के संदिग्ध लेन-देन से संबंधित है.
गौरतलब है कि पिछले साल जनवरी में, फेडरेशन इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एफआईए) ने एक जांच शुरू की जब स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान की वित्तीय निगरानी इकाई ने 10 बैंक खातों पर ‘संदिग्ध लेन-देन रिपोर्ट’ जारी की. जब एक निजी बैंक में 20 से अधिक फर्जी खाते खोले गए तो सालों में अरबों के लेन-देन हुए.
कम से कम 32 लोग फ़र्ज़ी खातों से धन की वैधता के लिए एफआईए के कानूनी दायरे में हैं. जरदारी ने हालांकि ऐसे आरोपों से इन्कार किया था.
पिछले साल जुलाई में एफआईए ने पाकिस्तान के स्टॉक एक्सचेंज के चेयरमैन हुसैन लवाई की को भी गिरफ्तार किया था, जो जरदारी के करीबी सहयोगी माने जाते हैं. अगले महीने ही, सुरक्षा एजेंसी ने अनवर मजीद और उनके बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया.
जरदारी ने 1990 और 2000 के दशक में जेल में समय बिताया और सरकारी ठेकों पर उन्हें मिलने वाले कमीशन के लिए ‘मिस्टर 10 प्रतिशतट उपनाम भी दिया गया था.
आसिफ अली जरदारी ने इमरान से देश को बचाने की अपील की थी
वहीं विगत दिनों पाक की गिरती अर्थव्यवस्था और बिगड़ते हालात को देखते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज इमरान सरकार को ईद के बाद घेरने के लिए देशभर में अभियान चलाने की तैयारी में जुट गए हैं. पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने देश को बचाने और लोगों के कष्ट दूर करने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान को तत्काल हटाने का आवाह्न किया था. पूर्व राष्ट्रपति ने मंगलवार को दौलतपुर में इफ्तार दावत के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, ‘प्रधानमंत्री को अगर जल्द नहीं हटाया गया, तो वे देश को वहां ले जाएंगे जहां हम भी देश को नहीं चला सकेंगे.’
(न्यूज एजेंसी एएनआई के इनपुट्स के साथ)