scorecardresearch
Sunday, 22 December, 2024
होमविदेशफेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने 11,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, बताया 'सबसे कठिन फैसला'

फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने 11,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, बताया ‘सबसे कठिन फैसला’

वॉल स्ट्रीट जर्नल ने सितंबर में रिपोर्ट दी थी कि मेटा आने वाले महीनों में कर्मचारियों की कटौती के माध्यम से खर्चों में कम से कम 10 प्रतिशत की कटौती करने की योजना बना रही है.

Text Size:

नई दिल्ली: फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने बुधवार को खर्चों में कटौती और अपने बिजनेस मॉडल को बदलने के लिए बड़े पैमाने पर छंटनी की जिसमें लगभग 11 हजार नौकरियां खत्म कर दी गईं.

जैसे-जैसे टेक उद्योग नौकरियों में कटौती कर रही हैं इस बीच मेटा ने भी छंटनी की घोषणा की है. मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने बुधवार को एक मेल में लिखा, ‘हम विवेकाधीन खर्च में कटौती करके और क्यूआई1 के माध्यम से अपने हायरिंग फ्रीज को बढ़ाकर पहले के मुकाबले छोटी और अधिक कुशल कंपनी बनने के लिए कई अतिरिक्त कदम उठा रहे हैं.’

उन्होंने एक मेल में लिखा, ‘हम अगले साल कम लोगों को काम पर रखने की योजना बना रहे हैं.’

जुकरबर्ग ने आगे लिखा, ‘मैं इन फैसलों और हम यहां कैसे पहुंचे इसके लिए जवाबदेही लेना चाहता हूं. मुझे पता है कि यह सभी के लिए कठिन है, और मुझे खासतौर से प्रभावित लोगों के लिए खेद है.’

जुकरबर्ग ने छंटनी को मेटा के इतिहास में किए गए सबसे कठिन बदलाव करार दिया और कहा कि कंपनी में सभी को जल्द ही एक ईमेल मिलेगा ‘आपको बताएगा कि इस छंटनी का आपके लिए क्या मतलब है.’

मेटा ने सितंबर के अंत में 87 हजार से अधिक कर्मचारियों के होने की सूचना दी थी. लोगों ने कहा कि कंपनी के अधिकारियों ने पहले ही कर्मचारियों को इस हफ्ते से शुरू होने वाली गैर-जरूरी यात्रा रद्द करने के लिए कहा था.

वॉल स्ट्रीट जर्नल ने सितंबर में रिपोर्ट दी थी कि मेटा आने वाले महीनों में कर्मचारियों की कटौती के माध्यम से खर्चों में कम से कम 10 प्रतिशत की कटौती करने की योजना बना रही है.

कई महीनों के लक्षित कर्मचारियों की कटौती के बाद इस सप्ताह छंटनी की घोषणा होने की उम्मीद की गई थी जिसमें कर्मचारियों को प्रबंधित किया गया था या उनकी भूमिकाओं को खत्म कर दिया गया था.

मार्क जुकरबर्ग ने जून के अंत में एक कंपनी की बैठक में कर्मचारियों से कहा ‘वास्तव में, कंपनी में शायद ऐसे लोगों का एक समूह है जो यहां नहीं होना चाहिए.’

मेटा ने, अन्य तकनीकी दिग्गजों की तरह, महामारी के दौरान कई कर्मचारियों की भर्ती की थी क्योंकि जीवन और व्यवसाय अधिक ऑनलाइन स्थानांतरित हो गए थे. इसने 2020 और 2021 में 27,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी पर रखा था और इस साल के पहले नौ महीनों में 15,344 लोगों की भर्ती की थी.

इस साल मेटा के शेयर में 70 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है. डब्ल्यूएसजे की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने बिगड़ते व्यापक आर्थिक रुझानों को उजागर किया है लेकिन निवेशक इसके खर्च और कंपनी के मुख्य सोशल-मीडिया व्यवसाय के खतरों से भी डरे हुए हैं.


यह भी पढ़ें: बिहार में बराबरी का मुकाबला, तेलंगाना में ‘कड़ी लड़ाई’, ओडिशा, हरियाणा में जीत के BJP के लिए मायने


share & View comments