पेरिस, 22 फरवरी (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पेरिस में बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया, चेक गणराज्य और यूरोपीय संघ के अपने समकक्षों से मुलाकात की तथा परस्पर हित और द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने के तरीकों पर चर्चा की।
जयशंकर जर्मनी से रविवार को तीन दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे हैं।
उन्होंने ‘ईयू हिंद प्रशांत मंच’ में भाग लेने आए हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अन्य देशों के अपने समकक्षों के साथ सिलसिलेवार बैठकें की।
जयशंकर ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ ए. के. अब्दुल मोमेन से मुलाकात करने के बाद ट्वीट किया, “बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ ए. के. अब्दुल मोमेन से मुलाकात अच्छी रही। अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर यह बैठक हुई। दोनों देशों के बीच संबंधों के लिए वर्ष 2021 अच्छा रहा, 2022 में इसे और ऊंचाई पर ले जाने के लिए प्रतिबद्धता जताई।”
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि दोनों मंत्री इस बात से सहमत हुए कि भारतीय राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की बांग्ग्लादेश यात्रा के साथ 2021 द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण वर्ष रहा।
जयशंकर ने अपने बांग्लादेशी समकक्ष को इस साल की पहली छमाही के दौरान संयुक्त परामर्शदात्री समिति की अगली बैठक में हिस्सा लेने का न्योता दिया है।
बयान में कहा गया है कि मोमेन ने भारत से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य के तौर पर रोहिंग्या मानवीय संकट पर संपर्क में रहने का आग्रह किया।
सोमवार को जयशंकर ने दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चुंग एई-योंग से मुलाकात की।
इस बाबत उन्होंने ट्वीट किया, “कोरिया गणतंत्र के विदेश मंत्री चुंग एई-योंग से भेंट की। द्विपक्षीय सहयोग मजबूत करने पर सहमति जाहिर की। दोनों देशों के बीच यात्रा सुगम करना हमारी साझा प्राथमिकता है। साझा चिंताओं के क्षेत्रीय विषयों पर भी चर्चा की।”
भारत के विदेश मंत्री ने चेक गणराज्य के अपने समकक्ष से मुलाकात करने के बाद तस्वीर साझा की और लिखा, “चेक गणराज्य के विदेश मंत्री जेन लीपावस्की से अच्छी मुलाकात हुई। उनके साथ ईयू से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई। संबंधों को विस्तार देने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना करता हूं।”
जयशंकर ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर यूरोपीय संघ (ईयू) के आयुक्त जुत्ता अर्पिलाइनेन और फ्रांस के रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली से भी मुलाकात की।
इससे पहले, उन्होंने कल फ्रांस के रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं ने नई एवं उभरती सुरक्षा चुनौतियों पर सहयोग करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
भाषा
सुभाष उमा
उमा
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.