दुबई, 20 मई (भाषा)भारत-कुवैत संबंधों के 250 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में खाड़ी देश में आयोजित एक प्रदर्शनी मंगलवार को जनता के लिए खोली गई।
कुवैत में भारत के राजदूत आदर्श स्वैका और राष्ट्रीय संस्कृति, कला एवं साहित्य परिषद के महानिदेशक मोहम्मद जस्सर ने सोमवार को कुवैत के राष्ट्रीय पुस्तकालय में ‘रिहला-ए-दोस्ती: भारत-कुवैत मैत्री के 250 वर्ष’ का उद्घाटन किया था।
स्वैका और जस्सर ने कार्यक्रम में भारत-कुवैत संबंधों के सदियों पुराने समृद्ध इतिहास को रेखांकित किया।
यह प्रदर्शनी अमूल्य कलाकृतियों, पांडुलिपियों, दस्तावेजों, दुर्लभ पुस्तकों, व्यक्तिगत पत्रों, सिक्कों और भारतीय मुद्रा (1961 तक कुवैत में वैध मुद्रा) के प्रदर्शन के माध्यम से भारत और कुवैत के समृद्ध इतिहास को प्रदर्शित करती है।
भारतीय सामुदायिक संगठनों और भारतीय स्कूलों को प्रदर्शनी देखने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
स्वैका ने कहा, ‘‘हमारे पास विभिन्न राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले 200 से ज्यादा ऐसे संगठन हैं। कुवैत के स्थानीय विद्यालयों और विश्वविद्यालयों को भी सूचित किया गया है।’’ उन्होंने कहा कि आयोजकों को अगले पांच दिनों तक रोज़ाना लगभग 500 आगंतुकों के आने की उम्मीद है।
राजदूत ने कहा कि प्रदर्शनी में प्रदर्शित वस्तुओं में 150 कलाकृतियां, दुर्लभ पांडुलिपियां, फोटो, सिक्के और करेंसी नोट शामिल हैं।
यह प्रदर्शनी 20-24 मई तक जनता के लिए खुली रहेगी, जिसमें सहयोग और साझी विरासत की चिरस्थायी विरासत को रेखांकित किया गया है, जिसमें प्रारंभिक व्यापार मार्गों से लेकर राजनीति, संस्कृति और विकास में समकालीन सहयोग तक का विवरण शामिल है।
भाषा धीरज दिलीप
दिलीप
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