रूस-यूक्रेन में संघर्ष जारी है. रूस की सेना लगातार तेजी से यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमला कर रही है. हालांकि यूक्रेन इस लड़ाई में डटकर खड़ा है लेकिन उसके लिए यह बेहद मुश्किल होता दिखाई दे रहा है. इस बीच यूक्रेन ने दुनिया से मदद की गुहार लगाई है और यूक्रेन पर रूस के हमले को देखते हुए कई देशों ने इसकी निंदा की है और इसी के साथ रूस पर कई तरह के प्रतिबंध भी लगा दिए हैं.
यूरोपीय संघ के प्रतिबंध
यूरोपीय संघ ने रूसी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने और ब्लॉक में प्रसारित रूसी राज्य मीडिया आउटलेट पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ रूस के खिलाफ कई नए प्रतिबंधों की घोषणा की है. यूरोपीय संघ ने रूस के खिलाफ यूक्रेन को हथियार मुहैया कराने का फैसला भी किया है. ऐसा पहली बार है जब ईयू ऐसा कदम उठाया है.
इसके अलावा यूरोपीय यूनियन ने सेंट्रल बैंक ऑफ रशिया के मैनेजमेंट संबंधित ऑपरेशन को बैन करने का फैसला किया है जिसके तहत रशिया-टुडे और स्पूतनिक और उनकी अन्य कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं.
यूरोपीय संघ के प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने रविवार को बताया कि यूरोपीय संघ यूक्रेन को रूस के साथ इस लड़ाई में हथियार भी भेजेगा. इसी के साथ ही संघ ने कहा कि वह आक्रमण को सुविधाजनक बनाने के लिए रूसी सहयोगी बेलारूस पर प्रतिबंध लगा रहा है.
वॉन डेर लेयेन ने ट्वीट कर कहा, ‘वे यूरोपीय संघ के क्षेत्र में न उतरने, ना उतारने और न ही उड़ाने भरने में सक्षम होंगे. इसमें प्राइवेट जेट भी शामिल होंगे.’
13 देशों ने लगाए प्रतिबंध
इसके अलावा कई अन्य देश भी रूस की उड़ानों पर प्रतिबंध लगा चुके हैं. रूस और बेल्जियम की सीमा से लगे फिनलैंड ने रविवार को रूसी विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया.
फिनलैंड के परिवहन मंत्री टिमो हरक्का ने ट्विटर पर घोषणा की, ‘फिनलैंड रूसी हवाई यातायात से हवाई क्षेत्र को बंद करने की तैयारी कर रहा है.’
कई मीडिया रिपोर्टस ने बताया कि लगभग 13 देश रूसी विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर चुके हैं और जैसे को तैसा देते हुए रूस ने भी कई देशों के लिए समान कदम उठाए हैं.
सभी देशों ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की निंदा में रूसी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है. जिन देशों ने रूसी विमानों पर बैन लगाया है उनमें, यूनाइटेड, किंगडम, आयरलैंड, फिनलैंड, बेल्जियम, लातविया, एस्तोनिया, लिथुआनिया, पोलैंड, बुल्गारिया, चेक-रिपब्लिक, मोलदोवा, रोमानिया, स्लोवेनिया शामिल हैं.
फीफा ने भी लगाया बैन
फीफा ने रूस को अपने झंडे और राष्ट्र गान के बिना तटस्थ स्थानों पर मैच खेलने का आदेश दिया है, चेतावनी दी है कि अगर यूक्रेन में स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो देश को प्रतियोगिताओं से बाहर रखा जा सकता है.
फीफा, जिसने ‘यूक्रेन पर अपने आक्रमण में रूस द्वारा बल के उपयोग’ की निंदा की, ने कहा कि रूस में कोई भी अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच नहीं खेला जाएगा, और देश के झंडे और गान को विदेशों में उनके किसी भी मैच से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा.
यह भी पढ़ें- मॉस्को में टीम भेज रहा भारत, खारकीव और सूमी से छात्रों को निकालने के लिए रेड क्रॉस को किया अलर्ट
रूस के समर्थन में बेलारूस
एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि बेलारूस सोमवार को रूसी आक्रमण का समर्थन करने के लिए यूक्रेन में सेना भेज सकता है. बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी सहयोगी हैं.
गूगल ने भी अपने तरीके से रूस का विरोध किया है. Google ने शनिवार को रूस के राज्य के स्वामित्व वाले मीडिया आउटलेट RT और अन्य चैनलों को अपनी वेबसाइटों, ऐप्स और YouTube वीडियो पर विज्ञापनों के जरिए पैसा कमाने से रोक दिया. इससे पहले फेसबुक भी ऐसा तर चुका है.
जर्मनी मदद के लिए तैयार
यूरोपीय संघ के मेंबर देश यूक्रेन के शर्णार्थियों की मदद के लिए तैयार हैं. सभी देशों ने इस पर सहमति जताई है. इसके तहत शर्णार्थियों को दस्तावेजों से जुड़ी औपचारिकताओं से राहत दी गई है. जर्मनी ने घोषणा की है कि यूरोपीय संघ के सभी देश यूक्रेन के शर्णार्थियों को तीन साल के लिए शरण देंगे और इसके लिए रिफ्यूजियों को पहले आवेदन देने की जरूरत भी नहीं होगी.
युद्ध की स्थिति को देखते हुए कई हजारों लोग यूक्रेन छोड़कर दूसरे देशों में शरण लेने के लिए जा रहे हैं. इसके अलावा जर्मनी ने यूक्रेन की मदद के लिए अपनी नीति में बड़े बदलाव किए हैं. जर्मनी मदद के लिए यूक्रेन को हथियार भेजेगा.
जर्मनी के चांसलर ओलाफ शल्ट्स ने कहा कि जर्मनी एक हजार एंटी टैंक हथियार और पांच सौ मिसाइल यूक्रेन को भेजेगा जो जमीन से हवा में हमला करती हैं.
ब्रिटेन ने दी आर्थिक सहायता
ब्रिटेन के प्रधान मंत्री कार्यालय ने रविवार को घोषणा की है कि यूनाइटेड किंगडम देश में रूसी सैन्य अभियानों के बीच यूक्रेन को मानवीय सहायता में अतिरिक्त 53 मिलियन अमरीकी डालर (£ 40 मिलियन) प्रदान करेगा.
फंडिंग सहायता एजेंसियों को बिगड़ती मानवीय स्थिति का जवाब देने में मदद करेगी. यूक्रेन में हिंसा से भागे लोगों की सहायता के लिए ब्रिटेन सरकार के मानवीय विशेषज्ञों को भी इस क्षेत्र में तैनात किया गया है.
यह भी पढ़ें- यूक्रेन से अब तक 2,000 भारतीय आए सुरक्षित, अब बुडापेस्ट, बुखारेस्ट से इंडिगों की फ्लाइट भरेंगी उड़ान