नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन से रिश्ता तोड़ने का ऐलान किया. ट्रंप ने कहा, ‘डब्ल्यूएचओ पर चीन का पूरी तरह से नियंत्रण है. जो कि केवल 40 मिलियन डॉलर प्रति वर्ष का भुगतान करने के बावजूद है. वहीं अमेरिका जो भुगतान कर रहा है वो लगभग 450 मिलियन डॉलर प्रति वर्ष है.
उन्होंने कहा कि क्योंकि वे अनुरोध करने के बाद भी सुधार करने के लिए तैयार नहीं है इसलिए आज हम डब्ल्यूएचओ के साथ रिश्ते समाप्त कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य पर काम करने वाले अन्य संगठनों के लिए हमारा इरादा धन को पुनर्निर्देशित करना होगा.
चीन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘वर्षों से चीन की सरकार ने हमारे औद्योगिक रहस्यों को चुराने के लिए अनुचित जासूसी की है. आज मैं हमारे राष्ट्र के महत्वपूर्ण विश्वविद्यालय अनुसंधान को बेहतर ढंग से सुरक्षित करने के लिए एक घोषणा जारी करूंगा और संभावित विदेशी जोखिमों के रूप में पहचाने जाने वाले चीन से कुछ विदेशी नागरिकों के प्रवेश को निलंबित कर दूंगा.’
ट्रंप ने कहा कि हांगकांग के खिलाफ चीनी सरकार का कदम शहर की दीर्घकालिक और गौरव की स्थिति को खत्म कर रहा है. यह हांगकांग के लोगों, चीन के लोगों और वास्तव में दुनिया के लोगों के लिए एक त्रासदी है.
उन्होंने कहा कि हम चीनी राज्य सुरक्षा तंत्र द्वारा निगरानी और दंड के बढ़ते खतरे को प्रतिबिंबित करने के लिए हांगकांग के लिए विदेश विभाग की यात्रा सलाह को संशोधित करेंगे. चीन ने एक देश, दो प्रणाली को एक देश एक प्रणाली से बदल दिया है. इसलिए, मैं अपने प्रशासन को निर्देश दे रहा हूं कि वह हांगकांग को अलग और विशेष उपचार देने वाली नीतिगत छूटों को समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू करे.
ट्रंप ने कहा कि वुहान वायरस पर चीन के कवर-अप ने इस बीमारी को पूरी दुनिया में फैलाया, जिससे एक वैश्विक महामारी पैदा हुई, जिसने अमेरिका में एक लाख से अधिक लोगों की जान ले ली.