रियाद, 30 मई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बैजयंत जय पांडा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को सऊदी अरब की अपनी ‘‘सार्थक’’ यात्रा संपन्न की।
विभिन्न राजनीतिक और कूटनीतिक नेतृत्व के साथ बातचीत के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की भारत की नीति पर जोर दिया। भारतीय दूतावास ने ‘एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘इस यात्रा ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत-सऊदी अरब की साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि की।’’
दूतावास ने कहा कि प्रस्थान के समय शूरा परिषद की सऊदी-भारत मैत्री समिति के अध्यक्ष मेजर जनरल अब्दुल रहमान अलहरबी ने प्रतिनिधिमंडल को विदाई दी।
पांडा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सऊदी अरब में एक अत्यंत सार्थक यात्रा संपन्न हुई, जिसमें रक्षा और सुरक्षा से लेकर व्यापार और आतंकवाद-रोध तक भारत-सऊदी अरब की गहरी रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि हुई।’’
भारतीय दूतावास की ओर से बृहस्पतिवार को जारी एक बयान में कहा गया कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों के योगदान की सराहना की और इस बात पर प्रकाश डाला कि ‘‘आतंकवाद की निंदा करने में सऊदी अरब हमेशा भारत के साथ खड़ा है।’’
प्रवासी भारतीय समुदाय के सदस्यों से मिलने के बाद पांडा ने कहा, ‘‘सऊदी अरब और जिन अन्य देशों की हमने यात्रा की है, वहां हमारी चर्चा बहुत ही उपयोगी रही है। यहां रियाद में हमने वरिष्ठ अधिकारियों, नेताओं, मीडिया और भारतीय प्रवासियों से मुलाकात की है।’’
उन्होंने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘हमने भारत के रुख और सीमा पार आतंकवाद से उत्पन्न खतरे को बहुत स्पष्ट रूप से व्यक्त किया है। भारत के सऊदी अरब के साथ गहरे संबंध हैं…आतंकवाद पर दोनों देशों का रुख एक जैसा है।’’
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य, पूर्व राजदूत हर्ष श्रृंगला ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उन्हें ‘‘रियाद, सऊदी अरब में 27 लाख की आबादी वाले भारतीय समुदाय के प्रतिनिधियों को पहलगाम में सीमा पार आतंकवाद की नृशंस कार्रवाई और इस पर भारत के जवाब के परिणामों पर संबोधित करने का सौभाग्य मिला।’’
पांडा ने ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘सऊदी अरब में हमारे प्रवासी भारतीय अपनी सफलता, योगदान और स्थानीय समाज में अपनी स्थिति के माध्यम से भारत को गौरवान्वित करते रहते हैं। आज, हमारे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने उनसे बातचीत की और भारत के एकजुट राष्ट्रीय रुख, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और सीमा पार आतंकवाद को लेकर कतई बर्दाश्त नहीं करने के दृष्टिकोण को लेकर हमारी अटूट प्रतिबद्धता को साझा किया।’’
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहलगाम आतंकी हमले के समय सऊदी अरब में थे। उन्होंने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘…. सऊदी अरब ने सीमा पार आतंकवाद को स्वीकार किया है। हमने यहां बहुत से लोगों से मुलाकात की और हर कोई आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है। मैं गारंटी दे सकता हूं कि अगर पाकिस्तान ने हम पर दोबारा हमला करने की कोशिश की तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।’’
प्रतिनिधिमंडल ने बृहस्पतिवार को ‘नाइफ अरब यूनिवर्सिटी फॉर सिक्योरिटी साइंसेज’ और ‘थिंक टैंक’ ‘गल्फ रिसर्च सेंटर’ का दौरा किया और पाकिस्तान प्रायोजित सीमापार आतंकवाद के बारे में अपनी चिंताएं साझा कीं।
बुधवार को प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने सऊदी अरब के विदेश मामलों के राज्य मंत्री अदेल अल-जुबेर से मुलाकात की; नियामक प्राधिकरण वाली सरकारी संस्था शूरा काउंसिल का दौरा किया और उपाध्यक्ष मिशाल अल-सुलामी और भारत-सऊदी मैत्री समिति के अध्यक्ष मेजर जनरल अब्दुलरहमान अलहरबी से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने प्रिंस सऊद अल फैसल इंस्टीट्यूट ऑफ डिप्लोमैटिक स्टडीज के महानिदेशक मुशबाब अल-कहतानी से भी मुलाकात की।
बयान में कहा गया कि दूतावास ने एक रात्रिभोज का आयोजन किया जिसमें सऊदी नागरिक समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों की भागीदारी रही। बयान में कहा गया कि इससे आतंकवाद से निपटने के साथ-साथ भारत-सऊदी द्विपक्षीय साझेदारी से संबंधित व्यापक विषयों पर चर्चा का अवसर मिला।
पांडा और श्रृंगला के अलावा, प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता असदुद्दीन ओवैसी, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य रेखा शर्मा, भाजपा सांसद फंगनोन कोन्याक और सतनाम सिंह संधू शामिल हैं।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आज़ाद भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। लेकिन बीमार हो जाने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मंगलवार को रियाद पहुंचने से पहले प्रतिनिधिमंडल ने बहरीन और कुवैत का दौरा किया था।
भाषा आशीष अविनाश
अविनाश
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