सूडान: सूडान के लिए संयुक्त राष्ट्र के मिशन ने देश में तख्तापलट और लोकतंत्र को कमतर करने की कोशिशों की निंदा की है.
सूडान में सोमवार को संभावित सैन्य तख्तापलट की खबरें आईं थीं जिसके बाद वहां इमरजेंसी की घोषणा कर दी गई. सुबह तक सूचना मंत्रालय ने पुष्टि कर दी थी कि प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदोक को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें एक अज्ञात जगह पर ले जाया गया है.
मंत्रालय ने फेसबुक पोस्ट में बताया कि सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारियों को भी हिरासत में लिया गया है. खबरों के मुताबिक, सूडान के तानाशाह उमर अल बशीर के समर्थकों ने तख्तापलट का ऐलान करते हुए वहां के कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारयों और नेताओं को गिरफ्तार कर लिया.
हाल में गठित संयुक्त राष्ट्र राजनीतिक मिशन ने कहा, ‘प्रधानमंत्री, सरकारी अधिकारियों और नेताओं को हिरासत में लेने की खबरें अस्वीकार्य हैं.’
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उसने सूडान के सुरक्षा बलों से ‘उन लोगों को तत्काल रिहा करने के लिए कहा जिन्हें गैरकानूनी तरीके से हिरासत में लिया गया या घर में नजरबंद किया गया. उन्होने साथ ही सभी पक्षों से संयम बरतने का अनुरोध किया है.
सूडान में इंटरनेट और फोन सेवा बंद कर दी गई हैं. उधर सूडानीज प्रोफेशनल्स एसोसिएशन पार्टी और लोकतंत्र की समर्थक संस्थाओं ने लोगों से आह्वान किया है कि वो इस तख्तापलट के ख़िलाफ़ सड़कों पर उतर आएं.
वहीं सूडान में बढ़ते तनाव को देखते हुए एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी अपनी चिंता ज़ाहिर की है. एक अधिकारिक बयान में उसने कहा कि ‘हम प्रधानमंत्री और सिविल नेताओं की कथित गिरफ्तारी और इंटरनेट बंद होने के बाद सूडान में बढ़ते तनाव से चिंतित हैं.’
उसने बताया कि ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल ने सूडान के अधिकारियों से मानव अधिकारों का सम्मान करने का आह्वान किया जिसमें जीवन का अधिकार, सम्मेलन, अभिव्यक्ति और असेंबली की स्वतंत्रता का अधिकार, जिसमें ऑफ़लाइन और इंटरनेट दोनों शामिल हैं. अब पहले से ज्यादा शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का सम्मान किया जाना चाहिए.’
Amnesty International calls on the authorities in #Sudan to respect human rights—including the right to life, right to freedom of association, expression and assembly, both offline and on the internet. The right to peaceful protest must be respected, now more than ever.
— Amnesty International (@amnesty) October 25, 2021
वहीं यूरोपियन यूनियन ने भी इस तख्तापलट को लेकर चिंता जताई है और साथ ही वहां बदल रहे हालातों को वापस पटरी पर लाने का आह्वान किया है. यूरोपियन यूनियन के विदेश मामलों के प्रमुख जोसेप बोरेल ने ट्वीट किया, ‘सूडान में बेहद चिंताजनक घटनाएं हो रही हैं. यूरोपियन यूनियन सभी साझेदारों और क्षेत्रीय सहायकों से परिवर्तन की प्रक्रियाओं को फिर से पटरी पर लाने का आह्वान करता है.’
Following with utmost concern ongoing events in #Sudan.
The EU calls on all stakeholders and regional partners to put back on track the transition process.
— Josep Borrell Fontelles (@JosepBorrellF) October 25, 2021
बता दें कि 1956 में ब्रिटेन से आज़ादी मिलने के बाद से सूडान ने यह आठवां तख्तापलट देखा है.
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