(केजेएम वर्मा)
ताइपे, दो अप्रैल (भाषा) चीन ने बुधवार को ताइवान के आसपास व्यापक पैमाने पर दो दिवसीय सैन्य अभ्यास किया और कहा कि उसने संयुक्त अभ्यास के सभी निर्धारित कार्य पूरे कर लिए हैं।
मध्य और दक्षिणी ताइवान जलडमरूमध्य में स्ट्रेट थंडर-2025ए अभ्यास का उद्देश्य द्वीप की नाकेबंदी को लागू करना था। चीन ताइवान को अपनी मुख्य भूमि का हिस्सा बताता है।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के ईस्टर्न थिएटर कमान के प्रवक्ता शी यी के हवाले से बताया कि पूर्वी थियेटर कमान ने मंगलवार और बुधवार को आयोजित संयुक्त अभ्यास के सभी निर्धारित कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।
शी ने कहा कि अभ्यासों में सैनिकों की एकीकृत संयुक्त संचालन क्षमताओं का परीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि थिएटर कमान के सैनिक हर समय हाई अलर्ट पर रहते हैं और वे ‘‘ताइवान की स्वतंत्रता’’ की मांग करने वाली सभी अलगाववादी गतिविधियों को दृढ़तापूर्वक विफल करने के लिए गहन प्रशिक्षण के साथ युद्ध की तैयारी को मजबूत करना जारी रखेंगे।
पीएलए ने पहले कहा था कि मंगलवार को शुरू हुए अभ्यास का उद्देश्य ताइवानी राष्ट्रपति लाई चिंग-ते के अलगाववादी बयानों के प्रति बीजिंग का गुस्सा दिखाना था।
उसने कहा कि इस सैन्य अभ्यास में नौसेना, वायुसेना और रॉकेट बल शामिल थे और इसका उद्देश्य ‘‘ताइवान की स्वतंत्रता को गंभीर चेतावनी देना’’ था।
नवीनतम अभ्यासों में शेडोंग विमान वाहक बेड़े द्वारा जमीन और समुद्री लक्ष्यों पर नकली हमले और लंबी दूरी का गोलीबारी अभ्यास शामिल था।
इसके अलावा, पीएलए ने अपने नवीनतम फ्रिगेट टाइप 054ए, डीएफ-15 बैलिस्टिक मिसाइल, वाईजे-21 हाइपरसोनिक मिसाइल, एच-6के बॉम्बर और वाई-20 परिवहन विमान जैसे उन्नत हथियार और उपकरण तैनात किए।
सैन्य मामलों के विशेषज्ञ झांग जुनशे ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि ताइवान द्वीप के आसपास संयुक्त अभ्यास में वाईजे-21 की तैनाती का गहरा महत्व है।
उन्होंने कहा कि अभ्यास में मिसाइल को शामिल किये जाने से पता चलता है कि पीएलए द्वारा किया जा रहा अभ्यास वास्तविक युद्ध के बहुत करीब है और भाग लेने वाले सैनिक किसी भी समय लड़ने के लिए तैयार हैं।
एपी अमित नरेश
नरेश
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