(अदिति खन्ना)
लंदन, 22 दिसंबर (भाषा) ब्रिटेन की छाया विदेश मंत्री प्रीति पटेल ने रविवार को कहा कि चीन को उन देशों की सूची में ऊपर रखा जाना चाहिए जो ब्रिटेन की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं।
केमी बेडेनोच के नेतृत्व वाली विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी की भारतीय मूल की अग्रणी सदस्य पटेल (52) ने उस हाल के स्कैंडल का भी उल्लेख किया, जो एक कथित चीनी जासूस को महाराजा चार्ल्स तृतीय के छोटे भाई प्रिंस एंड्रयू के माध्यम से बकिंघम पैलेस के हलकों तक पहुंच प्राप्त होने से संबंधित है।
उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा पर चीन के साथ व्यापार संबंधों को प्राथमिकता देने के लिए लेबर पार्टी के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और उनके मंत्रिमंडल पर निशाना साधा।
प्रीति पटेल ने ‘द संडे टाइम्स’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘यह स्पष्ट रूप से जटिल विधान है, लेकिन चीन हमेशा इसमें ऊपर रहना चाहिए।’’ उनसे पूछा गया था कि क्या चीन को प्रस्तावित विदेशी प्रभाव पंजीकरण योजना में रखा जाना चाहिए। यह सूची इस तरह से प्रस्तावित की गई है कि विदेशी शक्तियों के लिए काम करने वाले सभी लोगों को किसी भी सुरक्षा जोखिम से बचने के लिए इसका खुलासा करना चाहिए कि वे किसके लिए ‘लॉबिंग’ करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मुकाबला एक असाधारण शासन से है, जिसने एक दशक से अधिक समय से, काफी स्पष्ट रूप से, राष्ट्रीय सुरक्षा, बौद्धिक संपदा, साइबर गतिविधि और गलत सूचना के माध्यम से हमारे देश में सभी प्रकार की घुसपैठ की है। कोविड अवधि के दौरान, गलत सूचना, दुष्प्रचार, उल्लेखनीय थे। और फिर, निश्चित रूप से जासूस हैं।’’
पूर्व गृह मंत्री पटेल ने कहा कि वह चीनी वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म ‘टिकटॉक’ को लेकर ‘संशय में’ हैं और ब्रिटेन में इस पर प्रतिबंध लगाने में अमेरिका के साथ शामिल होने पर विचार करना चाहेंगी।
पटेल ने 2018 में टॉवर ऑफ लंदन के पास खरीदी गई जमीन पर चीन द्वारा नियोजित एक नये तथाकथित ‘सुपर दूतावास’ को लेकर भी चिंता व्यक्त की। हालांकि पुलिस और निवासियों की आपत्तियों के बाद 2022 में स्थानीय टॉवर हैमलेट काउंसिल द्वारा प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया था, लेकिन अब आवेदन को ब्रिटेन की उप प्रधानमंत्री एंजेला रेनर द्वारा समीक्षा के लिए आगे बढ़ाया गया है।
पटेल ने ‘द संडे टाइम्स’ से कहा, ‘‘यह मुझे पूरी तरह से भयभीत करता है कि एंजेला रेनर निर्णय लेने की प्रभारी हैं। मुझे लगता है कि देश को भी इस बारे में काफी चिंतित होना चाहिए।’’
पिछले महीने ब्राजील में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान स्टार्मर की मुलाकात को लेकर उन्होंने कहा,‘‘लेबर द्वारा चीन को लेकर दिशा चुनने के संदर्भ में मैं बहुत चिंतित हूं, इसके बहुत कारण हैं जिसमें हांगकांग उनमें से एक है। यह मत भूलिए कि हांगकांग में 45 लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करके जेल में डाले जाने से कुछ घंटे पहले ही स्टार्मर ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की थी।’’
भाषा अमित संतोष
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