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Saturday, 16 November, 2024
होमविदेशभीषण ठंड में भारतीयों की मौत का मामला: बिना बांड जेल से रिहा हुआ मानव तस्करी का आरोपी

भीषण ठंड में भारतीयों की मौत का मामला: बिना बांड जेल से रिहा हुआ मानव तस्करी का आरोपी

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न्यूयॉर्क, 25 जनवरी (भाषा) मानव तस्करी के आरोप का सामना कर रहे फ्लोरिडा के एक व्यक्ति को अमेरिका की एक अदालत ने बिना बांड के जेल से रिहा कर दिया। यह व्यक्ति दो भारतीयों को अमेरिका में अवैध रूप से लाने और चार भारतीयों की कनाडा सीमा के पास भीषण ठंड से मौत होने के मामले का आरोपी है।

आरोपी स्टीव शैंड (47) को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया था। उस पर अमेरिकी कानून का उल्लंघन कर दूसरे देश के लोगों को अमेरिका में अवैध रूप से लाने का आरोप है। वह 20 जनवरी को अमेरिका की मिनीसोटा की जिला अदालत मजिस्ट्रेट हिल्डी बॉबीर के समक्ष पहली बार पेश हुआ था। उसे 24 जनवरी तक हिरासत में रखने का आदेश दिया गया था।

ग्रैंड फोर्क्स हेराल्ड अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार, शैंड 24 जनवरी को वर्चुअल रूप से पेश हुआ था और उसे मामला लंबित रहने तक सशर्त रिहा करने का आदेश दे दिया गया। हालांकि, उसे फ्लोरिडा वापस भेजे जाने तक हिरासत में रहना होगा। 30 मिनट की सुनवाई के दौरान शैंड ने कोई टिप्पणी नहीं की, सिवाय इसके कि ‘‘यस मैम, यह योर ऑनर।’’ इस दौरान न्यायाधीश बॉबीर ने उसकी जमानत से संबंधित शर्तें निर्धारित कीं।

अखबार ने कहा कि आरोपी को तथाकथित इस पेशी बांड के आधार पर रिहा कर दिया गया कि जब भी सुनवाई होगी, वह अदालत के समक्ष पेश होगा।

रिहाई की शर्तों में यह भी कहा गया है कि शैंड को अपना पासपोर्ट या कोई समान यात्रा दस्तावेज या वीजा अधिकारियों के पास जमा करना होगा। इसमें कहा गया है कि उसका किसी ऐसे व्यक्ति से कोई संपर्क नहीं होना चाहिए, जिसे उसके मानव तस्करी मामले में गवाह या पीड़ित माना जा सकता है।

शैंड अपने वाहन में दो भारतीयों को वैध दस्तावेजों के बिना कनाडा से लेकर अमेरिका में घुसा था, लेकिन उसे पकड़ लिया गया था। जब दोनों भारतीयों व शैंड को पेंबिना सीमा चौकी ले जाया जा रहा था तो वहां सुरक्षाकर्मियों को पांच और भारतीय मिले जो मिनीसोटा के सेंट विंसेट स्थित एक गैस संयंत्र की ओर जा रहे थे।

इन भारतीयों ने एजेंसियों को बताया कि वे इस उम्मीद से पैदल आए थे कि उन्हें सीमा क्षेत्र से कोई लेने आएगा। समूह के लोगों ने कहा कि वे 11 घंटे से अधिक समय से चल रहे थे। इनमें से एक के पास एक बैग था जो उसका नहीं था। उसने अधिकारियों को बताया था कि उसके पास जो बैग है, वह चार भारतीय नागरिकों के एक परिवार का है जो पहले उसके समूह के साथ चला था लेकिन रात के दौरान बिछड़ गया।

अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, इसके बाद 19 जनवरी को अमेरिकी सीमा गश्ती अधिकारियों को रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस से खबर मिली कि अंतरराष्ट्रीय सीमा के कनाडाई क्षेत्र में चार शव ठंड से जमे हुए पाए गए हैं। बाद में पता चला कि ये शव उन्हीं भारतीयों के हैं जो समूह से अलग हो गए थे।

भाषा नेत्रपाल नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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