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Wednesday, 1 May, 2024
होमविदेशब्लिंकन बोले- अभी हमारा फोकस संघर्ष विराम बढ़ाने पर, गाज़ा से और ज्यादा बंधकों को निकालने की कोशिश

ब्लिंकन बोले- अभी हमारा फोकस संघर्ष विराम बढ़ाने पर, गाज़ा से और ज्यादा बंधकों को निकालने की कोशिश

उन्होंने ज़ोर देकर कहा, "जब तक हम सभी बंधकों को उनके परिवार और प्रियजनों के साथ घर वापस नहीं लाते, तब तक हम काम करना बंद नहीं करेंगे."

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तेल अवीव (इज़रायल) : अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, जो इज़रायल की यात्रा पर हैं, ने जोर देकर कहा कि उनका तत्काल ध्यान गाज़ा से अधिक बंधकों को रिहा कराने के लिए विराम को बढ़ाने के लिए सहयोगियों के साथ काम करने पर है.

वह कई लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए एक बार फिर इज़रायल आए हैं, ब्लिंकन ने कहा, “हमारा तत्काल ध्यान विराम को बढ़ाने के लिए अपने सहयोगियों के साथ काम करने पर है ताकि हम गाजा से और अधिक बंधकों को बाहर निकाल सकें और अधिक सहायता जारी रख सकें.”

इस बात पर ज़ोर देते हुए कि आज गाजा में मानवीय विराम का 7वां दिन है, उन्होंने कहा कि अमेरिका ने इसे लागू करने के लिए इज़रायल, कतर और मिस्र के साथ मिलकर काम किया.

उन्होंने कहा, “यह 7वां दिन है जब बंधकों को मुक्त कर दिया गया है और वे अपने परिवारों के पास घर लौट रहे हैं. यह 7वां दिन है जब गाजा के उन लोगों को काफी अधिक मानवीय सहायता मिल रही है, जिन्हें इसकी जरूरत है. और यह सातवां दिन है जब गाजा में नागरिक सुरक्षित क्षेत्र में जाने में सक्षम हुए हैं.”

ब्लिंकन ने आगे इस बात पर जोर दिया कि इज़रायल, अमेरिका और दुनिया भर में ऐसे सैकड़ों परिवार हैं जिनके प्रियजनों को अभी भी बंदी बनाकर रखा गया है और जो कि सुरक्षित घर पहुंचने के लिए बेताब हैं.

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उन्होंने ज़ोर देकर कहा, “जब तक हम सभी बंधकों को उनके परिवार और प्रियजनों के साथ घर वापस नहीं लाते, तब तक हम काम करना बंद नहीं करेंगे.”

साथ ही, उन्होंने कहा कि अमेरिका गाजा में फ़िलिस्तीनी नागरिकों को मानवीय सहायता प्रदान करना जारी रखेगा.

उन्होंने कहा, “संयुक्त राष्ट्र, क्षेत्र में हमारे साझेदारों के साथ मिलकर, हमने भोजन, पानी, दवा, बिजली प्लांट्स, अस्पतालों और अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के लिए ईंधन भेजने में उल्लेखनीय इजाफा किया है.”

ब्लिंकन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले सप्ताह, अमेरिका ने जिन तंत्रों पर बातचीत और कार्यान्वयन में मदद की, उस वजह से गाजा जाने वाले ट्रकों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है.

हालांकि, उन्होंने कहा कि यह अभी भी लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है, यही कारण है कि अमेरिका अधिक सहायता के लिए और इसे तेजी हासिल करने के लिए तत्काल काम करना जारी रखेगा.

ब्लिंकन ने आगे दोहराया कि इज़रायल को यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का अधिकार है कि 7 अक्टूबर को किए गए हमास के नरसंहार को कभी दोहराया नहीं जा सके, उन्होंने जोर देकर कहा, “हमास गाजा के नियंत्रण में नहीं रह सकता है. वह उस नरसंहार को दोहराने की क्षमता बरकरार नहीं रख सकता है.”

उन्होंने गुरुवार सुबह यरूशलम में बस स्टॉप पर इंतजार कर रहे लोगों पर हुए भयावह आतंकवादी हमले को याद किया, जिसमें तीन इज़रायली नागरिकों की मौत हो गई और दो अमेरिकी नागरिकों समेत कम से कम छह अन्य घायल हो गए.

ब्लिंकन ने कहा, इसके अलावा, हमास ने उस हमले की जिम्मेदारी ली है और अपने अपराधी समूह को बहादुर बताया है.

इज़रायली अधिकारियों के साथ अपनी बैठकों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री और वरिष्ठ इज़रायली अधिकारियों के साथ आज की मेरी बैठकों में, मैंने स्पष्ट कर दिया कि इससे पहले कि इज़रायल बड़े सैन्य अभियान फिर से शुरू करे, उसे मानवीय नागरिक सुरक्षा योजनाएं बनानी होंगी, जिससे निर्दोष फ़िलिस्तीनी लोगों की मौत को कम किया जा सके.”

इज़रायल की सेना की तारीफ करते हुए ब्लिंकन ने कहा कि इज़रायल की सेना दुनिया की सबसे अत्याधुनिक सेनाओं में से एक है.

उन्होंने कहा, “यह निर्दोष पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को नुकसान कम करते हुए हमास द्वारा उत्पन्न खतरे को बेअसर करने में सक्षम है. और ऐसा करना उसका दायित्व है. अंततः, ऐसा करना न सिर्फ सही काम है, बल्कि यह इज़रायल के सुरक्षा हित में भी है. प्रधानमंत्री और युद्ध मंत्रिमंडल के सदस्य इस दृष्टिकोण की आवश्यकता से सहमत थे.”

हमास अपने हथियार डाल सकता है, वे नेता आत्मसमर्पण कर सकतें है, जो इसके लिए जिम्मेदार हैं. इसके अलावा, अमेरिकी विदेश सचिव ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इज़रायल, फ़िलिस्तीनी और अरब नेताओं के साथ चल रही बातचीत में, वे वास्तविक और स्थायी शांति के लिए व्यावहारिक कदमों पर चर्चा करेंगे और हममें से हर कोई मदद करने के लिए तैयार है.

उन्होंने कहा, “हमें कोई भ्रम नहीं है कि यह आसान होने वाला है. इस दौरान निश्चित रूप से हमारे बीच मतभेद होंगे.” उन्होंने कहा, “लेकिन अगर हम स्थायी शांति, स्थायी सुरक्षा की दिशा में व्यावहारिक कदमों पर आगे बढ़ना चाहते हैं, तो हमें यह करना होगा, इन असहमतियों के जरिए, क्योंकि अधिक आतंकवादी हमले, अधिक हिंसा, अधिक निर्दोष का पीड़ित होना अस्वीकार्य विकल्प है.”


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