ढाका, 14 जून (भाषा) बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस और बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान के बीच हुई बैठक से अंतरिम सरकार के दो प्रमुख सहयोगी, छात्र नेतृत्व वाली एनसीपी और जमात-ए-इस्लामी नाराज हो गए हैं।
यूनुस शनिवार को अपना चार दिवसीय लंदन दौरा समाप्त कर बांग्लादेश लौट आए, जिसमें उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के कार्यवाहक प्रमुख रहमान के साथ बैठक की थी।
रहमान के साथ बैठक के बाद, बीएनपी नेता अमीर खरसू महमूद चौधरी और यूनुस के सुरक्षा सलाहकार खलीलुर रहमान ने एक संयुक्त प्रेसवार्ता की और संकेत दिया कि चुनाव अगले साल फरवरी में हो सकते हैं।
जमात और नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) दोनों ने शुक्रवार को लंदन में यूनुस और बीएनपी नेता के बीच हुई बैठक को एक खास पार्टी के प्रति उनका पक्षपातपूर्ण रवैया बताया है। बीएनपी अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग की कट्टर प्रतिद्वंद्वी है।
शनिवार को एक बयान में, जमात ने यूनुस और रहमान दोनों के प्रतिनिधियों द्वारा संयुक्त प्रेस वार्ता को “राजनीतिक मानदंडों का उल्लंघन” करार दिया, क्योंकि अंतरिम सरकार के प्रमुख ने पिछले सप्ताह ढाका में घोषित समय सीमा से हटकर चुनाव का समय पहले ही तय कर दिया।
फरवरी में गठित एनसीपी ने शुक्रवार रात कहा कि लोग प्रस्तावित जुलाई चार्टर के क्रियान्वयन से पहले किसी भी चुनाव तिथि को स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने पिछले वर्ष जुलाई में हुए हिंसक छात्र आंदोलन का हवाला दिया, जिस दौरान हसीना की सरकार को गिरा दिया था।
हसीना पांच अगस्त को भारत चली गईं और तीन दिन बाद यूनुस ने अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला। एनसीपी स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन (एसएडी) की राजनीतिक शाखा के रूप में उभरी।
भाषा प्रशांत माधव
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