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Thursday, 26 December, 2024
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ऑस्ट्रेलिया ने भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से मैत्री पहल की घोषणा की

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मेलबर्न, 12 फरवरी (भाषा) ऑस्ट्रेलिया सरकार ने मैत्री कार्यक्रम के तहत भारत के साथ शिक्षा और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए शनिवार को कई नयी पहल की घोषणा की।

विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिस पायने ने कहा कि भारत के विदेश मंत्री के साथ कोविड-19 से निपटने से लेकर आर्थिक सुधार, समुद्री सुरक्षा, आपूर्ति श्रृंखला और साइबर खतरों तक पर हुई चर्चा में लोकतंत्र और कानून के शासन सहित दोनों देशों के साझा हित के मुद्दों और मूल्यों को रेखांकित किया गया।

पायने ने कहा कि व्यापार और निवेश के क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया तथ भारत का गहरा संबंध है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे आज ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच शिक्षा एवं सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए नयी पहल की एक श्रृंखला की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है। यह मैत्री पहल है। मैत्री स्कॉलर्स प्रोग्राम के तहत ऑस्ट्रेलिया सरकार भारतीय छात्रों को ऑस्ट्रेलिया के विश्वस्तरीय विश्वविद्यालयों में अध्ययन को लेकर सहयोग देने के लिए चार वर्षों में 1.1 करोड़ डॉलर से अधिक प्रदान करेगी।’’

जयशंकर के साथ शुक्रवार को यहां द्विपक्षीय बैठक और क्वाड विदेश मंत्रियों की एक महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने के बाद पायने ने कहा, ‘‘मैत्री फैलोशिप कार्यक्रम भविष्य के नेताओं के बीच संबंध बनाने के लिए चार वर्षों में 35 लाख डॉलर प्रदान करेगा। यह ऑस्ट्रेलियाई और भारतीय पेशेवरों को रणनीतिक अनुसंधान पहल पर सहयोग करने का समर्थन करेगा।’’

वहीं, जयशंकर ने कहा कि उन्होंने पायने के साथ ‘‘सकारात्मक और सार्थक’’ बातचीत की। जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘विभिन्न मोर्चों पर प्रगति का आकलन करने का अवसर था। हमारे संबंधित क्षेत्रों पर दृष्टिकोणों का एक बहुत ही उपयोगी आदान-प्रदान। विद्वानों, पेशेवरों और सांस्कृतिक प्रतिभाओं को शामिल करने वाली ऑस्ट्रेलिया की नयी मैत्री पहल का स्वागत है।’’

पायने ने ट्वीट किया, ‘‘भारत ऑस्ट्रेलिया के लिए एक प्रमुख भागीदार है और हमारा समावेशी एवं खुले क्षेत्र के लिए एक साझा दृष्टिकोण है। आज जयशंकर और मैंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक दृष्टिकोण पर विचारों का आदान-प्रदान किया तथा क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।’’

ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच व्यापार एवं निवेश में गहरे संबंध का उल्लेख करते हुए मंत्री ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया सरकार सांस्कृतिक आदान-प्रदान का समर्थन करने और दोनों देशों में रचनात्मक उद्योगों की भूमिका को बढ़ावा देने के लिए चार वर्षों में 60 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर से अधिक प्रदान करेगी।

भाषा आशीष नेत्रपाल

नेत्रपाल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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