रियो डी जेनेरियो,19 नवंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को जी20 समूह से सभी के लिए स्वच्छ एवं अधिक टिकाऊ भविष्य सुनिश्चित करने के प्रयासों में तेजी लाने की अपील की।
जी20 शिखर सम्मेलन में सतत विकास और ऊर्जा परिवर्तन विषयक सत्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि विकसित देशों के लिए यह जरूरी है कि वे विकासशील देशों को समय पर प्रौद्योगिकी और वित्त उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करें।
उन्होंने कहा कि भारत अपने सफल अनुभव को सभी मित्र देशों, विशेषकर ‘ग्लोबल साउथ’ के साथ साझा कर रहा है।
जलवायु परिवर्तन की चुनौती पर प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत पहला जी20 देश है जिसने पेरिस समझौते के तहत की गई प्रतिबद्धताओं को समय से पहले पूरा किया है।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रयास पारंपरिक भारतीय विचारों पर आधारित हैं जो प्रगतिशील और संतुलित, दोनों हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मोदी के संबोधन का सार ‘एक्स’ पर पोस्ट किया।
मोदी ने कहा कि नयी दिल्ली जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान ‘‘हमने सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की उपलब्धियों’’ में तेजी लाने के लिए वाराणसी कार्य योजना को अपनाया था।
उन्होंने कहा कि ब्राजील की अध्यक्षता वाले इस सम्मेलन में इन लक्ष्यों को अमलीजामा पहनाने को प्राथमिकता दी गई है और हम इसका स्वागत करते हैं।
प्रधानमंत्री ने ‘अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन’, ‘वन वर्ल्ड-वन सन- वन ग्रिड’ और ‘ग्लोबल बायो-फ्यूल’ जैसी पहल के माध्यम से सभी के लिए अधिक टिकाऊ भविष्य सुनिश्चित करने की वकालत की।
मोदी ने कहा कि भारत ने वैश्विक स्तर पर एक टिकाऊ जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए ‘मिशन लाइफ़’ की शुरूआत की है।
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राजकुमार सुभाष
सुभाष
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