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शनिवार, 31 मई, 2025
होमडिफेंसक्वेटा में असीम मुनीर दे रहे थे भाषण—उधर, अलगाववादी समूह ने बलूचिस्तान का शहर अपने 'नियंत्रण' में लिया

क्वेटा में असीम मुनीर दे रहे थे भाषण—उधर, अलगाववादी समूह ने बलूचिस्तान का शहर अपने ‘नियंत्रण’ में लिया

मुनीर ने शुक्रवार को 'कश्मीर मुद्दे' के शांतिपूर्ण समाधान की स्पष्ट आवश्यकता के बारे में बात की और भारत की निंदा करते हुए कहा कि यह 'जल-आतंकवाद' है, उन्होंने यह बात नई दिल्ली द्वारा सिंधु संधि को स्थगित करने के संदर्भ में कही.

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नई दिल्ली: जब पाकिस्तान सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में एक अहम भाषण दिया, उसी समय अलगाववादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने दावा किया कि उसने अशांत प्रांत के सूराब शहर पर कब्जा कर लिया है.

कमांड एंड स्टाफ कॉलेज में बोलते हुए, मुनीर ने “कश्मीर मुद्दे” के शांतिपूर्ण समाधान की जरूरत पर ज़ोर दिया और भारत पर “गैरकानूनी और कानूनी रूप से अवैध जल आतंकवाद” का आरोप लगाया. वह सिंधु जल संधि की बात कर रहे थे, जिसे भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से राजनयिक संबंध घटाने के चलते रोका हुआ है.

“वैश्विक और क्षेत्रीय माहौल पर टिप्पणी करते हुए, सेना प्रमुख ने उभरते हुए संघर्षों की प्रकृति पर प्रकाश डाला, खासतौर पर भारत की पाकिस्तान के खिलाफ बिना किसी उकसावे के सैन्य आक्रमण की बढ़ती प्रवृत्ति को लेकर,” पाकिस्तानी सेना के मीडिया विभाग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने शुक्रवार को एक बयान में कहा.

“किसी भी आक्रमण को हराने और संपूर्ण संघर्ष स्पेक्ट्रम में खतरों से निपटने की क्षमता को दोहराते हुए, सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान को कभी मजबूर नहीं किया जा सकता और आतंकवाद के खिलाफ चल रही कोशिशों को भटकाने की दुश्मनों की साजिशों को पूरी तरह नाकाम किया जाएगा. दक्षिण एशिया में रणनीतिक स्थिरता के लिए सेना प्रमुख ने लंबे समय से लंबित और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त कश्मीर विवाद के शांतिपूर्ण समाधान की ज़रूरत पर ज़ोर दिया और भारत द्वारा किए जा रहे ‘गैरकानूनी और कानूनी रूप से अवैध जल आतंकवाद’ के खिलाफ चेतावनी दी,” बयान में कहा गया.

लेकिन मुनीर के बोलते समय ही बलूच विद्रोहियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई. पाकिस्तान में प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन बीएलए ने एक बयान जारी कर दावा किया कि उसने बलूचिस्तान के सूराब शहर पर कब्जा कर लिया है.

इस संगठन ने हाल के महीनों में अपनी गतिविधियां तेज़ की हैं और इस बार अपने दावे का समय फील्ड मार्शल के दौरे से जोड़ा, जिससे यह संकेत देने की कोशिश की गई कि अशांत क्षेत्र में सेना का नियंत्रण और रोकथाम का दावा कमजोर है.

“बीएलए के लड़ाकों ने सूराब पर पूरा नियंत्रण कर लिया है और बैंक, लेवीज़ (अर्धसैनिक बल) और पुलिस स्टेशनों सहित प्रमुख ठिकानों पर कब्जा कर लिया है। क्वेटा-कराची और सूराब-गिदर सड़कों पर गश्त और चेकिंग जारी है,” बीएलए ने शुक्रवार को कहा और जोड़ा कि जल्द ही एक विस्तृत बयान जारी किया जाएगा.

इस बीच, मुनीर ने भरोसा जताया कि पाकिस्तान की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक इसका तार्किक अंत नहीं हो जाता और चरमपंथ के हर रूप पर जीत सुनिश्चित नहीं हो जाती.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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