(जेम्स मैकेन्ड्री, ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय)
वैंकुवर, नौ अगस्त (द कन्वरसेशन) प्रोटीन का दौर चल रहा है – किराने की दुकानों से लेकर ‘इंस्टाग्राम’ फीड तक, उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ हर जगह मौजूद हैं। खाने के लेबल पर प्रोटीन की मात्रा मोटे और बड़े अक्षरों में लिखी होती है, जबकि सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो की भरमार है, जिनमें आपके पसंदीदा व्यंजनों में प्रोटीन की भरपूर मात्रा के तरीके सुझाए जाते हैं।
अंतरराष्ट्रीय खाद्य सूचना परिषद के खाद्य एवं स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार, ‘‘उच्च प्रोटीन’’ 2024 में लोकप्रिय खाने के पैटर्न की सूची में सबसे ऊपर रहा। लेकिन क्या यह प्रचार विज्ञान से मेल खाता है?
प्रोटीन अच्छी सेहत के लिए जरूरी है और इसका सेवन बढ़ाने से उम्र बढ़ने के बावजूद स्वस्थ रहने के लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं, लेकिन ज्यादा प्रोटीन लेने की होड़ – जो अक्सर चिकित्सीय जरूरतों से ज्यादा प्रचार की वजह से होती है – से कई सवाल उठते हैं। आपको असल में कितने प्रोटीन की जरूरत है? क्या आप जरूरत से ज्यादा इसकी मात्रा ले सकते हैं? प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत क्या है?
यह लेख आम मिथकों को तोड़ता है और आज प्रोटीन से जुड़े सबसे जरूरी सवालों के जवाब देता है।
आहारीय प्रोटीन क्या है और हमें इसकी आवश्यकता क्यों है?
प्रोटीन उन तीन आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है जिनकी आपके शरीर को कार्बोहाइड्रेट और वसा के साथ बड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है। जबकि कार्बोहाइड्रेट और वसा का उपयोग मुख्य रूप से ऊर्जा के लिए किया जाता है, प्रोटीन अधिक संरचनात्मक और कार्यात्मक भूमिका निभाता है। यह ऊतकों के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है, प्रतिरक्षा स्वास्थ्य का समर्थन करता है और एंजाइम, हार्मोन और अन्य महत्वपूर्ण अणुओं का उत्पादन करता है।
प्रोटीन अमीनो अम्ल से बने होते हैं। आपका शरीर कुछ अमीनो अम्ल बना सकता है, लेकिन नौ अमीनो अम्ल भोजन से ही आते हैं। इन्हें जरूरी अमीनो अम्ल कहा जाता है, इसीलिए प्रोटीन रोजाना की आहार जरूरत है, न कि सिर्फ व्यायाम के बाद मिलने वाला एक स्वादिष्ट आहार।
लोगों को कितने प्रोटीन की आवश्यकता है?
किसी व्यक्ति को प्रतिदिन प्रोटीन की कितनी मात्रा की आवश्यकता होती है, यह उसकी आयु, शारीरिक गतिविधि के स्तर और स्वास्थ्य संबंधी स्थितियों के आधार पर भिन्न हो सकती है।
हालांकि, दैनिक प्रोटीन सेवन के लिए ‘अनुशंसित आहार आवश्यकता’ (आरडीए) लगभग सभी के लिए समान है – प्रति दिन शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम 0.8 ग्राम प्रोटीन।
उदाहरण के लिए, 65 किलोग्राम वजन वाली महिला को प्रतिदिन लगभग 52 ग्राम प्रोटीन लेने का लक्ष्य रखना चाहिए।
एक महत्वपूर्ण चेतावनी यह है कि आरडीए प्रोटीन की कमी को रोकने के लिए निर्धारित किया गया है, न कि सर्वोत्तम स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए।
वृद्ध व्यक्ति जिनकी अपने द्वारा ग्रहण किए गए पोषक तत्वों का उपयोग करने की क्षमता कम होती है, एथलीट जिनके शरीर को ऊतकों की वृद्धि और मरम्मत के लिए अधिक तत्वों की आवश्यकता होती है, तथा गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अक्सर अधिक प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
कभी-कभी शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम 1.2 से 2 ग्राम तक प्रोटीन की आवश्यकता हो सकती है। इसलिए, समान शारीरिक भार (65 किलोग्राम) वाले एक वृद्ध व्यक्ति को प्रतिदिन 78 ग्राम से 130 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता हो सकती है, जो आरडीए से कहीं अधिक है।
क्या बहुत ज्यादा प्रोटीन जैसी कोई चीज होती है?
हालांकि, कई विशेषज्ञ समूह इस बात पर सहमत हैं कि कुछ स्थितियों में ज्यादा प्रोटीन का सेवन फायदेमंद हो सकता है – खासकर वृद्धों के लिए – लेकिन प्रतिदिन दो ग्राम प्रति किलोग्राम से अधिक प्रोटीन लेने से शायद कोई फायदा नहीं होता।
अच्छी खबर यह है कि यदि आप सामान्य रूप से स्वस्थ हैं, तो प्रोटीन का सेवन बढ़ाने से आपका जीवनकाल कम नहीं होगा, आपके गुर्दे खराब नहीं होंगे, आपको कैंसर नहीं होगा या हड्डियों का क्षय नहीं होगा।
जब तक आप प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन खा रहे हैं, तब तक इसे अपनी दिनचर्या के अनुसार लेने में संकोच न करें।
(द कन्वरसेशन) शफीक माधव
माधव
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