scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमविदेशFATF की पहली कार्य योजना- आतंकियों की फंडिंग की जांच में पाकिस्तान ने की महत्वपूर्ण प्रगति : अमेरिका

FATF की पहली कार्य योजना- आतंकियों की फंडिंग की जांच में पाकिस्तान ने की महत्वपूर्ण प्रगति : अमेरिका

अमेरिका ने पाकिस्तान से आतंकवाद के वित्तपोषण की जांच और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी संगठनों के सरगना और कमांडरों के खिलाफ मुकदमा चलाकर शेष कार्य भी तेजी से पूरे करने की अपील की.

Text Size:

वाशिंगटन : अमेरिका ने कहा कि पाकिस्तान ने वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की अपनी पहली कार्य योजना के 27 में से 26 कार्यों पर महत्वपूर्ण प्रगति की है.

अमेरिका ने पाकिस्तान से आतंकवाद के वित्तपोषण की जांच और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी संगठनों के सरगना और कमांडरों के खिलाफ मुकदमा चलाकर शेष कार्य भी तेजी से पूरे करने की अपील की.

एफएटीएफ ने पिछले महीने ऑनलाइन एक बैठक में धन शोधन, जिससे आतंकवाद को वित्त पोषण बढ़ता है, की जांच करने में विफल रहने के कारण पाकिस्तन को ‘ग्रे सूची’ में कायम रखा था. उसने पाकिस्तान से उसकी सरजमीं पर मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर और लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद जैसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादियों के खिलाफ जांच करने और मुकदमा चलाने को भी कहा था.

विश्व संस्था ने पाकिस्तान से धन शोधन और आतंकवाद वित्त पोषण के मामलों से भी रणनीतिक रूप से निपटने को कहा था.

अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने सोमवार को दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम पाकिस्तान के उन (प्रथम कार्य योजना) दायित्वों को पूरा करने के निरंतर प्रयास का समर्थन करते हैं. पाकिस्तान ने अपनी पहली कार्य योजना पर महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिसमें 27 में से 26 पर उसने बड़े पैमाने पर काम किया है.’

उन्होंने कहा, ‘हम पाकिस्तान से एफएटीएफ और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ काम करते हुए आतंकवाद के वित्तपोषण की जांच और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी संगठनों के सरगना तथा कमांडरों के खिलाफ मुकदमा चला बाकी कार्य भी तेजी से पूरे करने की अपील करते हैं.’

प्राइस ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अमेरिका, पाकिस्तान को अपनी नई दूसरी कार्य योजना पर तेजी से काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है.

एफएटीएफ ने जून 2018 में पाकिस्तान को ‘ग्रे सूची’ में डाला था और अक्टूबर 2019 तक पूरा करने के लिए एक कार्य योजना दी थी. तब से देश एफएटीएफ के आदेशों का पालन करने में विफल रहने के कारण इस सूची में बना हुआ है.

share & View comments