वाशिंगटन: अफगानिस्तान में तेजी से बदल रहे हालात के मद्देनजर अमेरिका काबुल में दूतावास से कुछ और कर्मियों को वापस लाने के लिए अतिरिक्त सैनिक भेजने वाला है. पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने कहा.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के नेतृत्व वाली सरकार के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी.
पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने घोषणा की कि अमेरिकी रक्षा विभाग काबुल से दूतावास के कर्मचारियों को निकालने के लिए अफगानिस्तान में सेना भेजेगा. उन्होंने एक बातचीत में कहा, ‘अगले 24-48 घंटों में काबुल हवाई अड्डे पर 3 पैदल सेना बटालियनों को स्थानांतरित किया जाएगा, जो कि लगभग 3,000 सैनिक हैं.’
Forces are being deployed to support orderly & safe reduction of civilian personnel at State Dept's request. This is a temporary mission with narrow focus. Our commanders have inherent right of self-defense & any attack on them can & will be met with forceful response, says Kirby
— ANI (@ANI) August 12, 2021
किर्बी का कहना है कि विदेश विभाग के अनुरोध पर असैन्य कर्मियों की व्यवस्थित और सुरक्षित वापसी में मदद के लिए बलों को तैनात किया जा रहा है. यह सीमित फोकस वाला एक अस्थायी मिशन है. हमारे कमांडरों के पास आत्मरक्षा का अंतर्निहित अधिकार है और उन पर किसी भी हमले का जोरदार जवाब दिया जा सकता है.
अफगानिस्तान में 3,000 सैनिकों के अलावा, 3,500 से अधिक अमेरिकी सैनिक कुवैत में अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी के प्रभावों का प्रबंधन के लिए स्टैंडबाय पर होंगे. अतिरिक्त 1,000 सैन्यकर्मी विशेष अप्रवासी वीजा (एसआईवी) आवेदकों के प्रॉसेसिंग में मदद करने के लिए कतर जाएंगे, जॉन किर्बी ने इसकी घोषणा की.
Around 600 UK troops will be sent to Afghanistan to assist British nationals in leaving the country, announces UK Defence Secretary Ben Wallace
— ANI (@ANI) August 12, 2021
अमेरिकी रक्षा सचिव बेन वालेस ने घोषणा की कि यूके के लगभग 600 सैनिक ब्रिटिश नागरिकों को देश छोड़ने में मदद के लिए अफगानिस्तान जाएंगे.
अधिकारी ने बताया कि ये सैनिक अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों की वापसी में मदद करेंगे और उन्हें विमान सुविधा तथा सुरक्षा मुहैया कराएंगे. इस संबंध में आदेश अभी सावर्जनिक नहीं किया गया है.