scorecardresearch
Friday, 15 November, 2024
होमविदेशगाज़ा में सीज़फायर को लेकर संयुक्त राष्ट्र के रिजोल्यूशन पर अमेरिका ने किया वीटो, बताया वास्तविकता से दूर

गाज़ा में सीज़फायर को लेकर संयुक्त राष्ट्र के रिजोल्यूशन पर अमेरिका ने किया वीटो, बताया वास्तविकता से दूर

रॉबर्ट वुड ने कहा कि अमेरिका यह समझ नहीं पा रहा है कि प्रस्ताव को लिखने वालों ने 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमास के हमले की निंदा करने वाली भाषा क्यों शामिल नहीं किया.

Text Size:

न्यूयॉर्क: अमेरिका ने शुक्रवार (स्थानीय समय) को गाज़ा पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उस प्रस्ताव को वीटो कर दिया, जिसमें इजरायल और हमास के बीच तत्काल मानवीय युद्धविराम की मांग की गई थी.

यह प्रस्ताव संयुक्त अरब अमीरात द्वारा रखा गया था और 90 से अधिक सदस्य देशों ने इसका समर्थन किया था. यूएनएससी के 13 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि ब्रिटेन मतदान से दूर रहा.

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी उप प्रतिनिधि, रॉबर्ट वुड ने जोर देकर कहा कि प्रस्ताव “वास्तविकता से अलग” है और “जमीन स्तर पर इससे कोई बड़ा बदलाव नहीं आएगा.”

उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से, हमारी लगभग सभी सिफारिशों को नजरअंदाज़ कर दिया गया. और इस जल्दबाजी वाली प्रक्रिया का परिणाम एक असंतुलित समाधान था जो वास्तविकता से अलग था और जो किसी भी ठोस तरीके से जमीनी स्तर पर बदलाव नहीं लाएगा. और इसलिए, हमें अफसोस है कि हम इसका समर्थन नहीं कर सके.”

रॉबर्ट वुड ने कहा कि अमेरिका यह समझ नहीं पा रहा है कि प्रस्ताव को लिखने वालों ने 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमास के हमले की निंदा करने वाली भाषा क्यों शामिल नहीं किया. उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले बताया था कि बिना शर्त युद्धविराम केवल “खतरनाक” क्यों होगा और हमास को वैसे ही छोड़ दिया जाएगा जिससे वह फिर से 7 अक्टूब जैसा हमला करने में सक्षम होगा.

वुड ने कहा, “शायद सबसे अवास्तविक रूप से, यह प्रस्ताव बिना शर्त युद्धविराम के आह्वान को बरकरार रखता है. मैंने आज सुबह अपनी टिप्पणियों में बताया कि यह न केवल अवास्तविक है, बल्कि खतरनाक भी है: यह बस हमास को अपनी जगह पर छोड़ देगा, फिर से संगठित होने और 7 अक्टूबर को जो किया उसे दोहराने में सक्षम बनाने के लिए.”

उन्होंने कहा, “हम अभी भी यह नहीं समझ पा रहे हैं कि प्रस्ताव को लिखने वालों ने 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमास के भयानक आतंकवादी हमले की निंदा करने वाली भाषा को शामिल करने से इनकार क्यों किया. एक हमला जिसमें महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग सहित कई राष्ट्रीयताओं के 1,200 से अधिक लोग मारे गए.”

उन्होंने कहा, “हम बहुत निराश हैं कि इन जघन्य कृत्यों के पीड़ितों के लिए, प्रस्ताव को लिखने वालों ने न तो अपनी संवेदना व्यक्त की और न ही उनके हत्यारों की निंदा की. न ही 7 अक्टूबर को हमास द्वारा की गई यौन हिंसा की निंदा की गई है.”

संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन की राजदूत और स्थायी प्रतिनिधि बारबरा वुडवर्ड ने मसौदा प्रस्ताव से ब्रिटेन के दूर रहने के बारे में बताते हुए कहा कि उनका देश ऐसे प्रस्ताव के पक्ष में मतदान नहीं कर सकता जो 7 अक्टूबर को इजरायली नागरिकों पर हमास द्वारा किए गए अत्याचारों की निंदा करने में विफल हो.

बारबरा वुडवर्ड ने कहा, “संघर्षविराम का आह्वान इस तथ्य को नजरअंदाज करता है कि हमास ने आतंकवादी कृत्य किए हैं और अभी भी नागरिकों को बंधक बना रखा है.” उन्होंने कहा कि इजराइल को हमास द्वारा उत्पन्न खतरे से निपटने में सक्षम होने की जरूरत है और उसे अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करते हुए ऐसा करने की जरूरत है. उन्होंने टू-स्टेट सोल्यूशन की दिशा में सार्थक रूप से काम करने के महत्व को दोहराया.

इससे पहले, रॉबर्ट वुड ने कहा था कि अमेरिका गाजा में तत्काल युद्धविराम के आह्वान का समर्थन नहीं करता है क्योंकि यह “केवल अगले युद्ध के लिए बीज बोएगा.”

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मध्य पूर्व की स्थिति पर ब्रीफिंग में अपनी टिप्पणी में, रॉबर्ट वुड ने कहा कि यह इज़राइल के लिए खतरा बना हुआ है और कहा, “उस वास्तविकता का एक निर्विवाद हिस्सा यह है कि अगर इज़राइल ने आज एकतरफा अपने हथियार डाल दिए, जैसा कि कुछ सदस्य देशों ने आह्वान किया है, तो हमास बंधकों को रखना जारी रखेगा.”

उन्होंने कहा, “इस कारण से, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका एक स्थायी शांति का दृढ़ता से समर्थन करता है जिसमें इजरायल और फिलिस्तीनी दोनों शांति और सुरक्षा में रह सकते हैं, हम तत्काल युद्धविराम के आह्वान का समर्थन नहीं करते हैं. यह केवल अगले युद्ध के लिए बीज बोएगा – क्योंकि हमास टिकाऊ शांति या टू-स्टेट समाधान देखने की कोई इच्छा नहीं है,”

वुड ने यौन हिंसा और अन्य अकल्पनीय बुराइयों सहित इज़राइल पर हमास के 7 अक्टूबर के हमले की निंदा करने में यूएनएससी की विफलता को “एक गंभीर मामला” बताया.

इस बीच, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमास के हमलों की निंदा दोहराई. गुटेरेस ने कहा कि वह यौन हिंसा की रिपोर्टों से “स्तब्ध” हैं.

उन्होंने कहा, ”33 बच्चों सहित लगभग 1,200 लोगों को जानबूझकर मारने, हजारों लोगों को घायल करने और सैकड़ों लोगों को बंधको बनाने का कोई औचित्य नहीं है.”

गुटेरेस ने कहा, “हालांकि हमास द्वारा इज़राइल में अंधाधुंध रॉकेट फायर, और नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करना, युद्ध के कानूनों का उल्लंघन है, लेकिन ऐसा आचरण इज़राइल को अपने स्वयं के उल्लंघनों से मुक्त नहीं करता है.”


यह भी पढ़ेंः ‘जल्दी ठीक हो जाएंगे पापा’, तेलंगाना के पूर्व CM के.चंद्रशेखर के फार्महाउस पर गिरने के बाद बोलीं बेटी कविता


 

share & View comments