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Saturday, 21 December, 2024
होमविदेशकौन हैं अमांडा गॉर्मन, बाइडेन के शपथ ग्रहण में 22 वर्षीय कवियित्री जिसकी हर कोई चर्चा कर रहा

कौन हैं अमांडा गॉर्मन, बाइडेन के शपथ ग्रहण में 22 वर्षीय कवियित्री जिसकी हर कोई चर्चा कर रहा

गॉर्मन को, जो कवि माया एंजिलू और रॉबर्ट फ्रॉस्ट के पदचिन्हों पर चलीं, बोलने में दिक़्क़त है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की तरह, वो भी राष्ट्रपति बनने का सपना देखती हैं.

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नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में, सिकुड़ कर कुर्सी पर बैठे, और दस्तानों में हाथ डाले सीनेटर बर्नी सैण्डर्स की तस्वीर ने, सबका ध्यान ज़रूर खींचा होगा, लेकिन वो चमकीला पीला पैंट सूट पहने एक 22 वर्षीय कवियित्री थी, जिसने पूरी दुनिया पर आपना जादू बिखेर दिया.

अपनी कविता ‘दि हिल वी क्लाइंब’ पढ़ने के बाद, अमांडा रातों-रात एक स्टार बन गईं.

ये हैं उनकी कविता के कुछ अंश:

कि अपने शोक में भी, हम ऊपर उठे

कि अपनी पीड़ा में भी, हमने उम्मीद की

कि थक जाने के बाद भी, हमने कोशिश की

कि हम हमेशा एकजुट रहेंगे, विजयी रहेंगे

इसलिए नहीं, कि हम फिर से हार नहीं देखेंगे

बल्कि इसलिए, कि हम फिर से बंटवारे के बीज नहीं बोएंगे.

ऐसा लगा कि ज़ोर देकर अदा किए उनके ताक़तवर शब्दों की गूंज, न सिर्फ अमेरिका, बल्कि पूरी दुनिया के लोगों के दिलों में, अंदर तक उतर गई.

उदघाटन समारोह अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण था, चूंकि ये ट्रंप की विभाजक प्रेसिडेंसी का अंत था, जिसने अमेरिका और वैश्विक राजनीति दोनों में एक रोष पैदा कर दिया था. ये समारोह बृहस्पतार को कैपिटल में आयोजित किया गया, वो इमारत जिस पर दो हफ्ता पहले ही, ट्रंप समर्थकों की भीड़ ने चढ़ाई कर दी थी. उस उपद्रव में पांच लोगों की मौत हुई थी.

शपथ समारोह को ‘अमेरिका युनाइटेड’ की थीम दी गई थी, जिसमें लेडी गागा और जेनिफर लोपेज़ ने परफॉरमेंस दी. इन दोनों हस्तियों ने बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के प्रयासों का समर्थन किया था.

लेकिन ये न तो पॉप स्टार्स थीं, न शपथ लेते राष्ट्रपति जो बाइडेन की सदियों पुरानी बाइबिल थी, और न ही उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस की पोशाक थी, जिसकी कुछ ज़्यादा चर्चा हुई. ये गॉर्मन थीं.

गॉर्मन, जो अमेरिकी शपथ ग्रहण इतिहास की सबसे युवा कवियित्री हैं, को सभी ओर से भूरि-भूरि प्रशंसा मिली, इतनी ज़्यादा कि उनके कविता पाठ के कुछ ही समय में, उनकी किताबें अमेज़ॉन की सबसे अधिक बिकने वाली सूची में शामिल हो गईं.

बोलने में हकलाहट और राष्ट्रपति बनने के सपने

अमांडा गॉर्मन 1998 में लॉस एंजिलिस में पैदा हुईं, और उनकी परवरिश एक अकेली मां ने की, जो एक टीचर हैं. बाइडेन की तरह वो भी बोलने में हकलाती हैं.

2014 में, 18 वर्ष की उम्र में वो अपने राज्य की राज कवियित्री बन गईं, और फिर 2017 में अमेरिका की पहली राष्ट्रीय युवा राज कवियित्री बन गईं, जब वो 19 साल की थीं.

ये गॉर्मन की कविताओं की फैन, प्रथम महिला जिल बाइडेन थीं, जिन्होंने उदघाटन समिति को इस युवा महिला को, समारोह में शामिल करने के लिए राज़ी किया.

गॉर्मन फिलहाल हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में समाजशास्त्र पढ़ रही हैं. अपने कविता पाठ से गॉर्मन ने कुछ मशहूर अमेरिकी कवियों का अनुकरण किया, जैसे माया एंजिलू, जिन्होंने 1993 में बिल क्लिंटन के पहले शपथ ग्रहण में कविता पढ़ी थी, और रॉबर्ट फ्रॉस्ट, जिन्होंने 1961 में जॉन एफ कैनेडी के शपथ ग्रहण में कविता पाठ किया था. शपथ ग्रहण में कविता पढ़ने वाले, फ्रॉस्ट पहले कवि थे.

गॉर्मन ने कहा कि पाकिस्तानी नोबल विजेता मलाला यूसुफज़ई, उनके लिए एक प्रेरणा थीं. 2016 में लॉस एंजिल्स की राज कवियित्री बनने के बाद, उन्होंने अपना पहला कविता संग्रह प्रकाशित किया, जिसका शीर्षक था, ‘दि वन फॉर हूम फूड इज़ नॉट एनफ़’. उनकी कविताएं ज़्यादातर नस्लवाद और सामाजिक अन्याय के विषय पर होती हैं.

बृहस्पतिवार का शपथ ग्रहण समारोह, उनके लिए पहला बड़ा आयोजन था, लेकिन वो पहले भी कुछ प्रभावशाली दर्शकों के सामने परफॉर्म कर चुकी हैं, जिनमें अल गोर, हिलेरी क्लिंटन और ख़ुद यूसुफज़ई जैसी हस्तियां शामिल हैं.

गॉर्मन ने कहा कि 2036 में वो राष्ट्रपति के लिए चुनाव लड़ेंगी, और इसके लिए उन्हें पहले ही पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन का आशीर्वाद मिल गया है.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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