(तस्वीर के साथ)
गुवाहाटी, 21 जनवरी (भाषा) यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता के लिए असम के चराइदेव जिले में अहोम युग का ‘माइडेम्स’ (शाही परिवार का कब्रिस्तान) भारत का एकमात्र नामांकन होगा। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रेसवार्ता में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 52 विरासत स्थलों में से ‘असम के पिरामिड’ कहे जाने वाले ‘माइडेम्स’ को ‘संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन’ (यूनेस्को) के विश्व धरोहर स्थल के लिए देश के एकमात्र नामांकन के रूप में चुना है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने ‘‘मुझे इस महत्वपूर्ण खबर के बारे में सूचित किया है और नामांकन आज रात पेरिस के यूनेस्को कार्यालय में जमा किया जाएगा।’’
शर्मा ने कहा कि चराइदेव में अहोम राजवंश के ‘माइडेम्स’ को पहली बार अप्रैल 2014 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की अस्थायी सूची में शामिल किया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘इस डोजियर को अस्थायी सूची से नामांकन की स्थिति तक पहुंचने में नौ साल लग गए और यह प्रधानमंत्री की पहल के कारण ही संभव हो सका।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि अहोम जनरल लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती समारोह के दौरान नयी दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में एक प्रदर्शनी आयोजित की गई, जिसमें ‘माइडेम्स’ का एक प्रारूप शामिल था।
शर्मा ने कहा कि यूनेस्को की टीम सितंबर में चराइदेव का दौरा करेगी और इसके मार्च 2024 तक विश्व धरोहर स्थल घोषित होने की उम्मीद है।
भाषा शफीक देवेंद्र
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