बगदाद: इराक की संसद में सैन्य ठिकानों से अमेरिकी सैनिकों को हटाने के लिए मतदान होने की संभावना है. अमेरिकी हमले में शीर्ष ईरानी और इराकी कमांडरों के मारे जाने के बाद तेहरान समर्थक गुटों से इन सैन्य ठिकानों पर हमले की आशंका बढ़ गयी है.
As 5th & final REMEDIAL step under paragraph 36 of JCPOA, there will no longer be any restriction on number of centrifuges
This step is within JCPOA & all 5 steps are reversible upon EFFECTIVE implementation of reciprocal obligations
Iran's full cooperation w/IAEA will continue
— Javad Zarif (@JZarif) January 5, 2020
कातिब हिजबुल्ला धड़े ने कहा, ‘हम देश में सुरक्षा बलों से रविवार को शाम 5 बजे से अमेरिकी बेस से कम से कम एक किलोमीटर दूर चले जाने को कहते हैं.’
संयोग से समय सीमा ऐसे वक्त निर्धारित की गयी है, जब रविवार को संसद सत्र का समापन होगा जिसमें अमेरिकी सैनिकों को देश से बाहर करने के लिए मतदान हो सकता है.
इस्लामिक स्टेट जिहादी समूह के उभार को रोकने के लिए स्थानीय सैनिकों को प्रशिक्षित और मदद देने के लिए इराकी बेस में करीब 5200 सैनिक तैनात हैं.
इन सैनिकों की तैनाती व्यापक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के तहत हुई थी, जिन्हें इराकी सरकार ने आईएस को इराकी क्षेत्र से खदेड़ने में मदद के लिए 2014 में बुलाया था.
हाशेड के शिया बहुल धड़ों का ईरान के साथ करीबी संबंध है और यह संगठन महीनों से अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी का विरोध कर रहा है.
इराक की 329 सदस्यीय संसद की कार्यवाही स्थानीय समयानुसार अपराह्न एक बजे से शुरू होगी और कार्यसूची का कोई प्रकाशन नहीं हुआ है लेकिन सांसद विदेशी सैनिकों पर वोटिंग कराना चाहते हैं.