कुर्रम, पाकिस्तान: कुर्रम में हुए घातक हमले के बाद पराचिनार हाईवे एक बार फिर बंद कर दिया गया है, जिसमें कम से कम सात लोगों की मौत हो गई.
अनजुमन हुसैनिया पराचिनार ने एक प्रेस रिलीज़ जारी कर यह घोषणा की और यात्रियों से गैर-जरूरी सफर टालने और सतर्क रहने की अपील की. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, इस हमले ने क्षेत्र में सांप्रदायिक हिंसा की आशंका को फिर से बढ़ा दिया है और सुरक्षा उपायों को कड़ा कर दिया गया है.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, सड़क पर रोक ऐसे समय में आई है जब अगस्त में यह रास्ता नौ महीने बाद खोला गया था. लंबे बंद से पराचिनार के लोगों को गंभीर मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. यह सड़क खैबर पख्तूनख्वा के बाकी हिस्सों से जुड़ने का अहम जरिया है, जिसे अक्टूबर 2023 में सांप्रदायिक तनाव बढ़ने के कारण बंद कर दिया गया था. उस समय तीर्थयात्रियों से भरी गाड़ियों पर हमले और उसके बाद हुई हिंसा के चलते अधिकारियों ने हाईवे पूरी तरह सील कर दिया था.
लंबे समय तक बंद रहने से खाने-पीने और जरूरी सामान की भारी कमी हो गई थी, जबकि सैकड़ों छात्र और मजदूर दूसरे शहरों में फंसे रह गए थे. संकट को कम करने के लिए सरकार ने सीमित हेलिकॉप्टर सेवा शुरू की थी. हालांकि द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, यह लोगों की जरूरतें पूरी करने में नाकाफी रही.
जब सड़क को आंशिक रूप से सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत खोला गया, तो लोगों ने इसे जीवनरेखा की तरह माना. अगस्त से अब तक औसतन 20 से 22 यात्री वाहन रोज पराचिनार पहुंच रहे थे. अधिकारियों ने दिसंबर 2024 के शांति समझौते और कई सफल जनजातीय जिरगों को इस राहत का कारण बताया था, द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने कहा.
बुधवार के हमले ने एक बार फिर क्षेत्र की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. अधिकारियों और स्थानीय नेताओं को सुरक्षा इंतज़ाम पर फिर से विचार करना पड़ रहा है. सालों की हिंसा और अलगाव से जूझ रहे निवासी अब दोबारा उन पाबंदियों के डर में हैं, जिन्होंने उन्हें महीनों तक जरूरी सेवाओं से काट दिया था.
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