इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने मंगलवार को कार्रवाई कर जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर के भाई मुफ्ती अब्दुल रऊफ के साथ-साथ प्रतिबंधित इस्लामिक संगठनों के 43 अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया. पाकिस्तानी मीडिया रपट के अनुसार, गृह राज्यमंत्री शहरयार खान आफरीदी ने एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की और जोर दिया कि यह कार्रवाई किसी के दवाब में आकर नहीं की गई है.
कार्रवाई में गिरफ्तार आतंकवादियों में मसूद अजहर का करीबी रिश्तेदार बताया जा रहा हम्माद अजहर भी शामिल है.
आफरीदी ने कहा कि आगे भी सभी प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा पिछले सप्ताह पाकिस्तान सरकार के साथ साझा किए गए एक डोजियर में भी मुफ्ती रऊफ तथा हम्माद अजहर का नाम था.
दैनिक समाचार पत्र द न्यूज इंटरनेशनल ने पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर के हवाले से कहा कि यह कार्रवाई राष्ट्रीय कार्रवाई बल (एनएपी) के अंग के तौर पर की गई और जब कानूनी कंपनियों ने उन्हें हिरासत में लिया तो उन्होंने कोई विरोध नहीं किया.
उन्होंने कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि यह अभियान आगे कुछ दिनों तक जारी रह सकता है. यह कार्रवाई पाकिस्तान सरकार द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रतिबंधित सभी संगठनों से संबंधित लोगों और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए आदेश जारी करने के अगले दिन की गई है.
आदेश सुनाते हुए, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि सरकार ने देश के संचालित सभी प्रतिबंधित संगठनों पर नियंत्रण ले लिया है.
उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे संगठनों के चैरिटी अंगों को भी प्रतिबंधित करेगी.
इस कार्रवाई को जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के मारे जाने तथा इसके बाद भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर बम हमले से जोड़कर देखा जा रहा है.