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Monday, 7 October, 2024
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लाहौर उच्च न्यायालय में पहली बार महिला बनी मुख्य न्यायाधीश

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(शीर्षक व खबर में बदलाव के साथ)

(एम. जुल्करनैन)

लाहौर, 11 जुलाई (भाषा) न्यायमूर्ति आलिया नीलम ने बृहस्पतिवार को लाहौर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली। वह पाकिस्तान की पहली महिला हैं जो किसी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पद पर आसीन हुई हैं।

पंजाब के राज्यपाल सरदार सलीम हैदर खान ने उन्हें पद की शपथ दिलाई। पंजाब सूबे की पहली महिला मुख्यमंत्री मरियम नवाज भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुईं।

न्यायमूर्ति नीलम (57) लाहौर उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों के वरिष्ठता क्रम में तीसरे स्थान पर थीं लेकिन पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश काजी फैज ईसा की अध्यक्षता वाले न्यायिक आयोग ने उन्हें इस पद के लिए नामित करने का फैसला किया।

नीलम को मुख्य न्यायाधीश बनाने की घोषणा के साथ ही सोशल मीडिया पर उनकी सत्तारूढ़ शरीफ परिवार के सदस्यों के साथ खींची गई तस्वीर वायरल होने लगीं। इसके जरिये उनके विरोधी यह संकेत करना चाहते थे कि वह सत्तारूढ़ मुस्लिम लीग (नवाज) से जुड़ी हुई हैं।

न्यायमूर्ति नीलम का जन्म 12 नवंबर 1966 में हुआ और उन्होंने 1995 में पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की एवं 1996 में वकील के तौर पर अपना पंजीकरण कराया।

न्यायमूर्ति नीलम ने 2008 में अधिवक्ता के तौर पर उच्चतम न्यायालय में पंजीकरण कराया। वह 2013 में लाहौर उच्च न्यायालय की अस्थायी न्यायाधीश बनीं और 16 मार्च 2015 को उन्हें पदोन्नति देकर स्थायी न्यायाधीश बना दिया गया।

भाषा धीरज नरेश

नरेश पवनेश

पवनेश

पवनेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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