scorecardresearch
Saturday, 20 April, 2024
होमविदेशभारत-अमेरिका की साझेदारी को पृथ्वी की सबसे निकटतम साझेदारी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं : बाइडन

भारत-अमेरिका की साझेदारी को पृथ्वी की सबसे निकटतम साझेदारी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं : बाइडन

Text Size:

तोक्यो, 24 मई (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मंगलवार को कहा कि वह भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी को पृथ्वी की सबसे निकटतम साझेदारी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बाइडन ने कहा कि दोनों देश साथ मिलकर बहुत कुछ कर सकते हैं और करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी और बाइडन क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जापान आए हुए हैं ।

बाइडन ने क्वाड शिखर सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता में भारत के कोविड टीकाकरण प्रयासों की सराहना की।

उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि दोनों देशों ने ‘अमेरिकी विकास वित्त निगम’ के महत्वपूर्ण कार्य को जारी रखने, टीकों का उत्पादन बढ़ाने और स्वच्छ ऊर्जा पहल में सहयोग देने के लिए एक समझौता किया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि हम ‘भारत-अमेरिका टीका कार्रवाई कार्यक्रम’ का नवीनीकरण कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे देश साथ मिलकर बहुत कुछ कर सकते हैं और करेंगे। मैं भारत-अमेरिका साझेदारी को पृथ्वी की सबसे निकटतम साझेदारियों में से एक बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।’’

यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों नेताओं ने यूक्रेन पर रूस के नृशंस एवं अनुचित आक्रमण के प्रभावों और पूरी दुनिया पर पड़ रहे इसके असर पर भी चर्चा की।

उन्होंने कहा, ‘‘इन नकारात्मक प्रभावों को कम करने को लेकर अमेरिका और भारत निकटता से परामर्श करना जारी रखेंगे।’’

प्रधानमंत्री मोदी क्वाड शिखर बैठक में हिस्सा लेने जापान गए हैं। इस समूह में अमेरिका, भारत, जापान और आस्ट्रेलिया शामिल हैं।

इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने तोक्यो में चार देशों के समूह चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद’ (क्वाड) समूह के नेताओं की मौजूदगी में हुई शिखर वार्ता में कहा कि इसके सदस्य देशों के बीच आपसी विश्वास और दृढ़ संकल्प न सिर्फ लोकतांत्रिक ताकतों को नयी ऊर्जा दे रहा है, बल्कि एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थापना को प्रोत्साहित भी कर रहा है।

क्वाड समूह के नेताओं की बैठक यूक्रेन के खिलाफ रूसी आक्रमण और चीन के साथ प्रत्येक सदस्य देश के द्विपक्षीय संबंधों में लगातार आ रही गिरावट से उपजे भू-राजनीतिक समीकरणों के बीच जापान की राजधानी में हुई है।

चीन विवादित दक्षिण चीन सागर के लगभग पूरे क्षेत्र पर अपना दावा करता है। हालांकि ताइवान, फिलीपीन, ब्रुनेई, मलेशिया और वियतनाम भी इसके हिस्सों पर दावा करते हैं। चीन ने दक्षिण चीन सागर में कृत्रिम द्वीप एवं सैन्य अड्डे भी बनाए हैं।

वहीं, क्वाड शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर बाइडन ने सोमवार को 12 हिंद-प्रशांत देशों के साथ एक नए व्यापार समझौते की शुरुआत की थी, जिसका मकसद उनकी अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करना है।

बाइडन ने कहा था कि अमेरिका इस नयी पहल से गहराई से जुड़ा है और इस क्षेत्र के सकारात्मक भविष्य के संबंध में अपने प्रयासों को लेकर प्रतिबद्ध है।

समझा जाता है कि ‘समृद्धि के लिए हिंद-प्रशांत आर्थिक प्रारूप’ (आईपीईएफ) के माध्यम से अमेरिका यह संदेश देना चाहता है कि वह इस क्षेत्र में चीन की आक्रामक कारोबार नीति का मुकाबला अपनी मजबूत आर्थिक नीति को आगे बढ़ाकर करना चाहता है।

पिछले वर्ष मार्च में राष्ट्रपति बाइडन ने डिजिटल माध्यम से क्वाड नेताओं की बैठक की मेजबानी की थी। इसके बाद सितंबर में वाशिंगटन में समूह के नेताओं की आमने-सामने बैठक हुई थी। क्वाड नेताओं की मार्च में भी डिजिटल बैठक हुई थी। आस्ट्रेलिया 2023 में अगले क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।

भाषा दीपक दीपक सिम्मी

सिम्मी

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments