बीजिंग, 12 मई (भाषा) पाकिस्तान की नवनिर्वाचित सरकर और चीन के बीच पहली आधिकारिक स्तर की बातचीत में दोनों देशों के बीच सामरिक सहयोग बढ़ाने और सीपेक परियोजनाओं में कार्य कर रहे चीनी कर्मचारियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने जैसे बिंदुओं पर ‘महत्वपूर्ण सहमति’ बनी।
चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपेक) परियोजनाओं में कार्य कर रहे चीनी नागरिकों पर हाल के दिनों में आतंकवादी हमले बढ़े हैं।
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने बुधवार को पाकिस्तान के नए विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ वीडियो कॉल के जरिये पहली मुलाकात में कई मुद्दों पर चर्चा की।
मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने बृहस्पतिवार को यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली नयी सरकार के शपथ लेने और बिलावल के विदेश मंत्री बनने के बाद से दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच यह पहली बैठक थी।
उन्होंने कहा कि दोनों विदेश मंत्री सदाबहार रणनीतिक साझेदारी एवं राजनीतिक सहयोग को और बढ़ाने पर सहमत हुए।
भारत ने सीपेक परियोजना को लेकर चीन के समक्ष अपना विरोध जताया है, क्योंकि यह गलियारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से होकर गुजरेगा।
भाषा सुरेश नेत्रपाल
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