काठमांडू, 14 मई (भाषा) गुजरात के एक सर्जन दम्पती ने शुक्रवार को माउंट एवरेस्ट फतह करके ऐसा करने वाला पहला भारतीय चिकित्सक दम्पती बनने का रिकॉर्ड बनाया। एक अन्य पर्वतारोही ने पूरक ऑक्सीजन का इस्तेमाल किये बिना ही दुनिया की चौथी ऊंची चोटी को फतह किया। नेपाल की मीडिया ने शनिवार को यह खबर दी।
स्टोरी एडवेंचर के प्रबंध निदेशक ऋषि भंडारी ने कहा कि डॉ. हेमंत ललितचंद्र लेउवा और उनकी पत्नी डॉ. सुरभिबेन हेमंत लेउवा शुक्रवार की सुबह साढ़े आठ बजे 8,849 मीटर ऊंची माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचे और दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को फतह करने वाले पहले भारतीय चिकित्सक दम्पती का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
‘द हिमालयन टाइम्स’ ने खबर दी है कि डॉ. हेमंत एनएचएल निगम मेडिकल कॉलेज में सर्जरी के प्रोफेसर हैं और उनकी पत्नी सुरभि गुजरात विद्यापीठ में प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं।
समाचार पत्र ने एक अलग रिपोर्ट में पीक प्रोमोशन प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक बाबू शेरपा के हवाले से खबर दी है कि लद्दाख का एक पर्वतारोही स्कालजंग रिग्जिन ने शुक्रवार की सुबह 8,516 मीटर ऊंची माउंट ल्होत्से की चोटी को फतह किया।
रिग्जिन (41) पहले भारतीय पर्वतारोही हैं जो पूरक ऑक्सीजन की सहायता के बिना माउंट अन्नपूर्णा की चोटी पर चढ़ने में कामयाब रहे। शेरपा ने कहा कि रिग्जिन ने 28 अप्रैल को माउंट अन्नपूर्णा को फतह किया था। उन्होंने कहा कि रिग्जिन 16 दिन के भीतर दो बार बिना पूरक ऑक्सीजन की मदद से 8000 मीटर से अधिक ऊंची चोटी लांघने वाले पहले भारतीय हैं।
भाषा सुरेश माधव
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