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Tuesday, 19 November, 2024
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क्वाड समूह के देशों ने ‘क्वाड फेलोशिप’ की शुरूआत की

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तोक्यो, 24 मई (भाषा) क्वाड देशों के नेताओं ने मंगलवार को क्वाड फेलोशिप कार्यक्रम की शुरुआत की, जो समूह के चार सदस्य देशों के अगली पीढ़ी के वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकी पेशेवरों के बीच संबंध स्थापित करने के लिए तैयार किया गया अपनी तरह का पहला छात्रवृत्ति कार्यक्रम है।

क्वाड फेलोशिप की शुरुआत अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीस ने की। इस फेलोशिप कार्यक्रम के तहत हर साल क्वाड समूह के प्रत्येक देश के 25 छात्रों को प्रायोजित किया जाएगा, जो अमेरिका के विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग एवं गणित (स्टेम) विषयों से जुड़े शीर्ष विश्वविद्यालयों में स्नातकोत्तर या डॉक्टरेट की डिग्री के लिए पढ़ाई करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा, ‘‘क्वाड फेलोशिप कार्यक्रम एक शानदार एवं अनोखी पहल है। यह प्रतिष्ठित फेलोशिप हमारे छात्रों को विज्ञान, इंजीनियरिंग, गणित और प्रौद्योगिकी विषयों में स्नातकोत्तर व डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने का मौका देगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह फेलोशिप हमारे देशों में लोगों-से-लोगों के बीच के संपर्क और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देगी।’’

मोदी ने मानवता के बेहतर भविष्य के वास्ते छात्रों को क्वाड फेलोशिप कार्यक्रम के तहत आवेदन करने और स्टेम विशेषज्ञों एवं नवोन्मेषकों की अगली पीढ़ी में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया।

क्वाड शिखर बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि, ‘‘ हम यह मानते हैं कि लोगों के बीच सम्पर्क क्वाड का आधार है और क्वाड फेलोशिप की आधिकारिक शुरूआत का हम स्वागत करते हैं जो अब सभी के आवेदन के लिये खुली है। ’’

इसमें कहा गया है कि अपनी तरह के इस पहले छात्रवृत्ति कार्यक्रम के तहत, पहली कक्षा की शुरूआत वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही से हो जायेगी और हम अगली पीढ़ी की प्रतिभाओं को साथ लाने को लेकर आशान्वित हैं जो अत्याधुनिक शोध एवं नवाचार में अपने देश का नेतृत्व करेंगी।

वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘‘क्वाड फेलोशिप अपनी तरह का पहला छात्रवृति कार्यक्रम है, जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के क्षेत्र में भारत ऑस्ट्रेलिया, जापान व अमेरिका की प्रतिभाओं को साथ लाएगा।’’

गौरतलब है कि इस फेलोशिप कार्यक्रम के तहत प्रति वर्ष 100 छात्रों को प्रायोजित किया जाएगा, जिसमें क्वाड के चार देशों में प्रत्येक से 25-25 छात्र शामिल होंगे।

भाषा दीपक दीपक मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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