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Friday, 18 October, 2024
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काठमांडू हवाई अड्डे पर विमान दुर्घटनाग्रस्त ; 18 लोगों की मौत, पायलट गंभीर रूप से घायल

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(तस्वीरों के साथ)

(शिरीष बी प्रधान)

काठमांडू, 24 जुलाई (भाषा) काठमांडू में त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बुधवार सुबह उड़ान भरने के दौरान एक निजी एयरलाइन का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें एक बच्चा समेत 18 लोगों की मौत हो गयी और पायलट गंभीर रूप से घायल है।

सौर्य एयरलाइंस का विमान ‘एन9एएमई’ नियमित रखरखाव कार्य के लिए पोखरा जा रहा था और पूर्वाह्न 11 बजकर 11 मिनट पर यह हादसे का शिकार हो गया।

विमान में चालक दल के दो सदस्य और एयरलाइन के तकनीकी कर्मी समेत 19 लोग सवार थे।

नेपाल के नागर विमानन प्राधिकरण ने एक बयान में बताया कि बमबॉर्डियर सीआरजे-200 विमान रनवे पर फिसल गया और उसमें तुरंत आग लग गयी। इसने कहा कि बचाव अभियान तत्काल शुरू किया गया और आग पर काबू पा लिया गया।

बयान में कहा गया कि हादसे में एक व्यक्ति (कैप्टन रत्न शाक्या) को बचा लिया गया, जबकि 18 लोगों की मौत हो गई।

इस हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गयी जिनमें एयरलाइन के तकनीशियन मनु राज शर्मा, उनकी पत्नी प्रिजा खातीवाड़ा और उनका चार वर्षीय बेटा आदि राज शर्मा शामिल हैं।

एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि प्रिजा और उनके बेटे की पहचान शुरुआत में कंपनी के कर्मचारी के रूप में की गई थी, लेकिन बाद में पता चला कि वे यात्री थे।

सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में विमान में आग लगते और धुआं उठते देखा जा सकता है। हादसे के बाद दमकल की गाड़ियों और एम्बुलेंस को घटनास्थल पर भेजा गया।

मृतकों की पहचान सह-पायलट एस. कतुवाल और सौर्य एयरलाइंस के कर्मचारी तथा यमन के नागरिक आरिफ रेदा के तौर पर हुई है। वहीं, पायलट कैप्टन मनीष शाक्य (37) का काठमांडू मॉडल हॉस्पिटल में उपचार किया जा रहा है।

काठमांडू मेडिकल अस्पताल (केएमसी) के अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना में घायल हुए कैप्टन शाक्य की हालत गंभीर बनी हुई है।

केएमसी अस्पताल के मुताबिक, कैप्टन शाक्य की आंख और रीढ़ की हड्डी की सर्जरी की जा रही है और उन्हें गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया है।

प्राधिकारियों ने बताया कि विमान में सवार लोगों में से 15 की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी जबकि तीन की एक स्थानीय अस्पताल में उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी।

शवों को पोस्टमार्टम के लिए त्रिभुवन यूनिवर्सिटी टीचिंग हॉस्पिटल भेज दिया गया है। पीड़ितों के रिश्तेदार अस्पताल के बाहर जमा हो गए और वे गमगीन हैं।

प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और गृह मंत्री रमेश लेख ने घटना के बारे में विस्तृत जानकारी लेने और आवश्यक निर्देश देने के लिए घटनास्थल का अलग-अलग दौरा किया।

ओली ने कहा कि वह विमान दुर्घटना में हुई मौतों से बहुत दुखी हैं और नागर विमानन प्राधिकरण के अधिकारियों से विमान दुर्घटना के कारणों के बारे में जानकारी लेने के लिए घटनास्थल पर गए। उन्होंने सभी से दुख की इस घड़ी में धैर्य रखने का आग्रह किया।

त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रमुख जगन्नाथ निरौला के अनुसार, काठमांडू से पोखरा जा रहा विमान गलत दिशा में मुड़ गया था।

‘बीबीसी न्यूज नेपाली’ ने निरौला के हवाले से कहा, “जैसे ही विमान ने उड़ान भरी, वह बायीं ओर मुड़ने के बजाय दायीं ओर मुड़ गया।”

हालांकि, उन्होंने कहा, “दुर्घटना का कारण अब तक पता नहीं चला है।”

निरौला ने कहा कि विमान के उड़ान भरने के एक मिनट से भी कम वक्त में यह हादसा हो गया।

सिंहदरबार में आयोजित कैबिनेट की बैठक में, दुर्घटना की जांच के लिए नेपाल के नागर विमानन प्राधिकरण के पूर्व महानिदेशक रतीश चंद्रलाल सुमन के नेतृत्व में पांच सदस्यीय समिति गठित करने का निर्णय लिया गया।

समिति को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए 45 दिन का समय दिया गया है।

‘प्लेनस्पॉटर्स डॉट कॉम’ पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, विमान का निर्माण कनाडा की कंपनी बमबॉर्डियर ने अप्रैल 2003 में किया था और यह विमान नेपाल में उपयोग के लिए खरीदा गया तथा अपनी तरह का छठा विमान था।

हवाई अड्डा प्राधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना के बाद काठमांडू हवाई अड्डे पर उड़ानों का परिचालन थोड़ी देर के लिए रोक दिया गया लेकिन बाद में उन्हें बहाल कर दिया गया।

सौर्य एयरलाइंस की वेबसाइट के अनुसार, कंपनी नेपाल में पांच पर्यटक स्थलों के लिए विमानों का संचालन करती है। उसके बेड़े में तीन बमबॉर्डियर सीआरजे-200 विमान शामिल हैं।

हाल के वर्षों में खराब वायु यातायात सुरक्षा रिकॉर्ड के लिए नेपाल की आलोचना की गई है, लेकिन इन दुर्घटना की वजह में मानवीय भूल के अलावा आंशिक रूप से अचानक मौसम परिवर्तन और दुर्गम पर्वतीय इलाकों में स्थित हवाई पट्टियां भी शामिल हैं।

अगस्त 1955 में पहली दुर्घटना के बाद से देश में हवाई दुर्घटनाओं में 914 लोग मारे गए हैं।

पिछले साल जनवरी में, यति एयरलाइंस का एक विमान पोखरा में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें पांच भारतीयों सहित सभी 72 लोग मारे गए थे। दुर्घटना का कारण मानवीय भूल बताया गया था।

भाषा नोमान सुभाष

सुभाष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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