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गुरूवार, 22 मई, 2025
होमदिप्रिंट वैल्यूऐड इनीशिएटिवजब ब्रांडिंग से जुड़ती है विरासत: शाहरुख़ ख़ान बने कैंडेरे के चेहरे, अमिताभ बच्चन के साथ बना भरोसे और ग्लैमर का नया समीकरण

जब ब्रांडिंग से जुड़ती है विरासत: शाहरुख़ ख़ान बने कैंडेरे के चेहरे, अमिताभ बच्चन के साथ बना भरोसे और ग्लैमर का नया समीकरण

इस साझेदारी में जहां बच्चन साहब स्थिरता और भरोसे का प्रतीक हैं, वहीं शाहरुख़ बदलाव, ऊर्जा और आधुनिकता के प्रतिनिधि बनकर सामने आते हैं.

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भारत में जब सिनेमा और ब्रांडिंग आपस में मिलते हैं, तो नतीजे अक्सर ऐतिहासिक होते हैं. अब एक ऐसा ही क्षण सामने आया है, जब शाहरुख़ ख़ान को कैंडेरे बाय कल्याण ज्वेलर्स का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है — और इसके साथ ही भारतीय ज्वेलरी ब्रांडिंग को एक नई दिशा मिलती दिख रही है.

गौरतलब है कि कल्याण ज्वेलर्स की पारंपरिक छवि को सालों से अमिताभ बच्चन के व्यक्तित्व ने मजबूती दी है. अब उनके साथ शाहरुख़ का जुड़ना सिर्फ दो सुपरस्टार्स का एक साथ आना नहीं, बल्कि दो युगों, दो सोचों और दो तरह की ब्रांड फिलॉसफी का मिलन है.

कैंडेरे, कल्याण का डिज़ाइन-चालित, डिजिटल-फर्स्ट और नई पीढ़ी को ध्यान में रखकर बनाया गया ब्रांड है. यह उस सोच को दर्शाता है जिसमें ज्वेलरी अब केवल परंपरा नहीं, बल्कि स्टाइल, आत्मविश्वास और पर्सनल आइडेंटिटी का हिस्सा बन चुकी है और शाहरुख़ ख़ान — जिनकी अपील ग्लोबल है और इमोशनल कनेक्ट अनोखा — इस विचार के लिए एक परफेक्ट चेहरा हैं.

इस साझेदारी में जहां बच्चन साहब स्थिरता और भरोसे का प्रतीक हैं, वहीं शाहरुख़ बदलाव, ऊर्जा और आधुनिकता के प्रतिनिधि बनकर सामने आते हैं.

ब्रांडिंग की इस नई परिभाषा में अब ज्वेलरी सिर्फ गहना नहीं — यह खुद को महसूस कराने का तरीका बन गया है और जब शहंशाह और बादशाह एक ही मंच पर हों, तो यह सिर्फ प्रचार नहीं — यह एक सांस्कृतिक घोषणा बन जाती है.

अस्वीकरण: दिप्रिंट वैल्यूऐड इनीशिएटिव कंटेंट पेड और स्पॉन्सर्ड आर्टिकल है. दिप्रिंट के पत्रकारों की इसे लिखने या इसकी रिपोर्टिंग करने में कोई भूमिका नहीं है.

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