सिडनी, 15 मई (भाषा) आस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और दो बार विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे आलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स की कार दुर्घटना में मौत हो गई जिससे क्रिकेट जगत स्तब्ध है।
साइमंड्स 46 बरस के थे और उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बच्चे हैं।
आस्ट्रेलियाई क्रिकेट जगत के लिए पिछले दो महीनों में यह तीसरा बड़ा झटका है जिसने मार्च में कुछ घंटों के भीतर महान लेग स्पिनर शेन वार्न और दिग्गज विकेटकीपर रोड मार्श को भी गंवा दिया था।
क्वीन्सलैंड पुलिस की ओर से जारी बयान के अनुसार यह दुर्घटना उत्तर-पूर्व आस्ट्रेलिया के टाउन्सविले से लगभग 50 किमी दूर हार्वे रेंज मार्ग पर शनिवार रात हुई।
बयान में कहा गया, ‘‘पुलिस टाउन्सविले से लगभग 50 किमी दूर हार्वे रेंज पर एक वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने की जांच कर रही है जिसमें पिछली रात 46 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई।’’
पुलिस के बयान के अनुसार, ‘‘शुरुआती सूचना से संकेत मिले हैं कि रात 11 बजे के बाद कार हार्वे रेंज रोड पर चलाई जा रही थी और एलिस नदी के पुल के समीप यह सड़क से उतरकर पलट गई।’’
इसमें कहा गया, ‘‘आपात सेवा कर्मचारियों ने 46 साल के चालक को बचाने का प्रयास किया जो गाड़ी में अकेला व्यक्ति था। हालांकि चोटों के कारण उनकी मौत हो गई।’’
आक्रामक बल्लेबाज के अलावा मध्यम गति और स्पिन गेंदबाजी करने में सक्षम साइमंड्स बेहतरीन क्षेत्ररक्षक भी थे। उन्होंने आस्ट्रेलिया के लिए 1998 से 2009 के बीच 26 टेस्ट, 198 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और 14 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले।
वह 2003 और 2007 में एकदिवसीय विश्व कप जीतने वाले आस्ट्रेलिया की टीम के अहम सदस्य थे।
क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) के अध्यक्ष लाकलेन हेंडरसन ने कहा, ‘‘आस्ट्रेलियाई क्रिकेट ने एक और सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खो दिया। एंड्रयू पीढ़ी में एक बार मिलने वाली प्रतिभा था जिसने विश्व कप में आस्ट्रेलिया की सफलता में अहम भूमिका निभाई और क्वीन्सलैंड के समृद्ध क्रिकेट इतिहास का हिस्सा रहा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘आस्ट्रेलियाई क्रिकेट की ओर से हमारी सहानुभूति एंड्रयू के परिवार, टीम के साथियों और मित्रों के साथ है।’’
साइमंड्स ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 165 विकेट चटकाए। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 24, एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 133 जबकि टी20 मुकाबलों में आठ विकेट हासिल किए।
विश्व कप 2003 के पहले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ आस्ट्रेलिया की टीम जब 86 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद संकट में थी तो उन्होंने 125 गेंद में 143 रन की तूफानी पारी खेली जो उनके करियर की सबसे यादगार पारी रही।
साइमंड्स ने 1998 में पदार्पण करने के बाद एकदिवसीय मुकाबलों में छह शतक की मदद से 5088 रन बनाए। वह इंडियन प्रीमियर लीग में अब भंग हो चुके डेक्कन चार्जर्स और मुंबई इंडियन्स की ओर से खेले।
चार्जर्स की ओर से उन्होंने 2008 में पहले टूर्नामेंट में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 53 गेंद में नाबाद 117 रन की पारी खेली।
श्रीलंका के खिलाफ 2004 में पदार्पण के बाद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो शतक और 10 अर्धशतक की मदद से 1462 रन बनाए।
साइमंड्स ने इंग्लैंड के खिलाफ 2006-07 एशेज श्रृंखला के बॉक्सिंग डे टेस्ट में 156 रन बनाए और फिर सिडनी में 2008 में भारत के खिलाफ करियर की सर्वश्रेष्ठ 162 रन की पारी खेली।
सिडनी टेस्ट हालांकि ‘मंकीगेट’ प्रकरण के कारण उनके करियर का सबसे विवादास्पद लम्हा रहा। उन्होंने तब आरोप लगाया था कि भारतीय आफ स्पिनर हरभजन सिंह ने उन्हें ‘बंदर’ कहा।
‘रॉय’ के रूप में पहचाने जाने वाले साइमंड्स हालांकि विवादों का भी हिस्सा रहे।
बांग्लादेश के खिलाफ मैच के लिए नशे की हालत में पहुंचने के बाद उन्हें 2005 में आस्ट्रेलिया के इंग्लैंड दौरे पर दो एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों से बाहर कर दिया गया।
तीन साल बाद साइमंड्स ने टीम बैठक में हिस्सा नहीं लिया क्योंकि वह डार्विन में मछली पकड़ने गए थे। इस घटना के बाद उन्हें घर भेज दिया गया था।
एक और अनुशासनात्मक मुद्दा इंग्लैंड में 2009 टी20 विश्व कप की पूर्व संध्या पर हुआ जिसके कारण उन्हें आस्ट्रेलिया की टीम से बाहर कर दिया गया। इसके साथ ही आस्ट्रेलियाई टीम के साथ उनका करियर खत्म हो गया क्योंकि क्रिकेट आस्ट्रेलिया के तुरंत बाद उनका अनुबंध रद्द कर दिया।
साइमंड्स को हालांकि मैदान पर उनके प्रदर्शन के लिए भी याद किया जाता है। उन्होंने 2004 में केंट के लिए 34 गेंद में शतक जड़ा। काउंटी चैंपियनशिप मुकाबले में पारी में सर्वाधिक 16 छक्के जड़ने का रिकॉर्ड संयुक्त रूप से साइमंड्स के नाम रहा। उन्होंने ग्लेमोर्गन के खिलाफ 1995 में ग्लोस्टरशर की ओर से खेलते हुए यह उपलब्धि हासिल की। यह रिकॉर्ड 27 साल तक कायम रहा जिसे पिछले महीने इंग्लैंड के बेन स्टोक्स ने तोड़ा।
साइमंड्स ने 2012 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लिया और लोकप्रिय कमेंटेटर बने।
आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलेन बॉर्डर उन लोगों में शामिल रहे जिन्होंने रविवार को साइमंड्स को श्रद्धांजलि दी।
बॉर्डर ने कहा, ‘‘साइमंड्स गेंद को दूर तक मारते थे और सिर्फ मनोरंजन करना चाहते थे।’’
उन्होंने ‘नाइन नेटवर्क’ से कहा, ‘‘वह एक तरह से कुछ हद तक पारंपरिक क्रिकेटर थे। वह साहसी थे, उन्हें मछली पकड़ना, हाइकिंग, कैंपिंग करना पसंद था। लोगों को उनका स्टाइल पसंद था। ’’
भाषा सुधीर
सुधीर
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