नयी दिल्ली, छह मई (भाषा) भारतीय ट्रैक एवं फील्ड एथलीट और राष्ट्रीय महासंघ के अधिकारियों ने शुक्रवार को हांगजो एशियाई खेलों के स्थगित होने पर थोड़ी राहत की प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अब उन्हें सत्र के अंत में अपने प्रदर्शन में ‘शिखर’ पर पहुंचने की जरूरत नहीं होगी।
इस सत्र में तीन बड़ी प्रतियोगितायें थीं जिसमें 15 से 24 जुलाई तक विश्व चैम्पियनशिप अमेरिका के यूज्ने में करायी जायेगी और 28 जुलाई से आठ अगस्त तक बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल आयोजित होंगे। वहीं तीसरे एशियाई खेल थे जिसके लिये खिलाड़ियों को हर बार अपने प्रदर्शन में शीर्ष पर पहुंचना होता।
एशियाई खेलों के स्थगित होने से उनका कार्यभार थोड़ा कम हो गया है।
हांगजो एशियाई खेल 10 से 25 सितंबर तक आयोजित होने थे लेकिन चीन में कोविड-19 मामले बढ़ने से शुक्रवार को इन्हें अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दिया गया।
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के अध्यक्ष आदिले सुमरिवाला ने पीटीआई से कहा, ‘‘यह अच्छा है। एक खिलाड़ी एक साल में कितनी बार शीर्ष प्रदर्शन कर सकता है? राष्ट्रमंडल खेल हैं, विश्व चैम्पियनशिप है और फिर एशियाई खेल, खिलाड़ियों को इनमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है। यह उनके लिये मुश्किल है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ उम्रदराज खिलाड़ियों पर एशियाई खेल स्थगित से असर पड़ेगा, वर्ना और सभी के लिये यह अच्छा है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब एशियाई खेल नयी तारीख में होंगे तो हमारे खिलाड़ी उस पर ध्यान लगा सकते हैं और हमें 2018 के पिछले चरण की तुलना में अधिक पदक जीतने चाहिए। ’’
एथलेटिक्स ऐसा खेल है जो भारत को एशियाई खेलों में सबसे ज्यादा पदक दिलाता है। देश ने एशियाड में कुल 672 पदक जीते हैं जिसमें से एथलेटिक्स में इनकी संख्या 254 है।
भारतीय ट्रैक एवं फील्ड एथलीटों ने इंडोनेशिया 2018 एशियाई खेलों में 20 पदक (आठ स्वर्ण, नौ रजत और तीन कांस्य) जीते थे जबकि देश के नाम कुल 70 पदक रहे थे।
भारतीय एथलेटिक्स के मुख्य कोच राधाकृष्णन नायर ने कहा कि एथलीट हांगजो एशियाई खेलों के लिये तैयार थे लेकिन इनके स्थगित होने से इस सत्र में उनका कार्यभार कम होना चाहिए।
नायर ने कहा, ‘‘यह मेरे कोचिंग करियर में सबसे मुश्किल वर्ष है जिसमें तीन बड़ी प्रतियोगितायें होनी थी। हमने इस साल बहुत अलग तरह से योजना बनायी थी। हमारे पास ऐसे एथलीट (जैसे जिनसन जॉनसन) थे जिन्हें सिर्फ एशियाड में भाग लेना था और कुछ अन्य जैसे नीरज चोपड़ा और अविनाश साबले को राष्ट्रमंडल, विश्व चैम्पियनशिप और एशियाड में खेलना था। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम एशियाई खेलों के लिये तैयार थे। लेकिन अब ये स्थगित हो गये हैं तो हमारे एथलीट राष्ट्रमंडल और विश्व चैम्पियनशिप पर ध्यान लगा सकते हैं। ’’
राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी लंबी कूद के एथलीट एम श्रीशंकर को भी लगता है कि एशियाड के स्थगित होने से उनका कार्यभार थोड़ा कम होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे कार्यभार कम होगा। कम समय के अंदर बार बार शीर्ष प्रदर्शन करना मुश्किल होता है। अब मैं राष्ट्रमंडल और विश्व चैम्पियनशिप पर ध्यान लगा सकता हूं। ’’
जिनसन जॉनसन की राय हालांकि अलग है जिन्होंने 2018 एशियाड में 1500 मीटर में स्वर्ण पदक जीता था।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं थोड़ा निराश हूं। मैं पिछले एशियाड के बाद दो साल से प्रतिस्पर्धा नहीं कर रहा था। मैंने इस साल वापसी की और फेडरेशन कप में पदक जीता। इसलिये मैं आगे अच्छा करना चाहता था और एशियाड की तैयारी कर रहा था। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘नहीं पता कि अब ये कब होंगे। भविष्य में क्या होगा, नहीं पता। ’’
भाषा नमिता सुधीर
सुधीर
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