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रविवार, 1 जून, 2025
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याराजी और साबले ने एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते

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गुमी (दक्षिण कोरिया), 29 मई (भाषा) भारत की महिला बाधा दौड़ की नंबर एक धाविका ज्योति याराजी और राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी स्टीपलचेज धावक अविनाश साबले ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गुरुवार को यहां 26वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपनी-अपनी स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते।

साबले सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए की 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले 36 साल में पहले भारतीय पुरुष बन गए।

इसके तुरंत बाद ज्योति ने महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए 12.96 सेकंड का चैम्पियनशिप का नया रिकॉर्ड बनाते हुए इस प्रतियोगिता में अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीता। पिछला रिकॉर्ड 13.04 सेकंड का था, जिसे 1998 में कजाकिस्तान की ओल्गा शिशिगिना और 2011 में चीन की सन यावेई ने बनाया था।

साबले ने आठ मिनट 20.92 सेकंड (8:20.92 सेकंड) का समय लेकर पहला स्थान हासिल किया। यह एशियाई चैंपियनशिप में उनका दूसरा पदक है। इससे पहले उन्होंने 2019 में रजत पदक जीता था। उनका आज का प्रदर्शन हालांकि 2024 में हासिल किए गए उनके 8:09.91 सेकंड के राष्ट्रीय रिकॉर्ड के कहीं भी करीब नहीं था।

भारत की तरफ से इससे पहले दीनाराम ने 1989 में इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। हरबेल सिंह 1975 में पुरुषों की स्टीपलचेज स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय थे।

ज्योति ने 2023 में एशियाई चैंपियनशिप में 13.09 सेकंड के प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता। उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय 12.78 सेकंड है जो राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी है।

एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता ज्योति एशियाई चैंपियनशिप की 100 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक का बचाव करने वाली पांच एथलीटों के चुनिंदा क्लब में शामिल हो गईं। उनसे पहले यह उपलब्धि जापान की एमी अकीमोटो (1979, 1981, 1983) तथा चीन की तीन खिलाड़ियों झांग यू (1991, 1993), सु यिनपिंग (2003, 2005) और सुन यावेई (2009, 2011) ने हासिल की थी।

ज्योति से पहले साबले ने अपनी पसंदीदा स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते स्वर्ण पदक जीता और चैंपियनशिप में भारत की स्थिति मजबूत की।

जापान के युतारो नीनाए ने 8:24.41 सेकंड के साथ रजत पदक जीता। वह अंतिम लैप की शुरुआत में आगे चल रहे थे, लेकिन साबले ने शानदार प्रयास करते हुए उन्हें पीछे छोड़ दिया और स्वर्ण पदक हासिल किया।

कतर के जकारिया इलाहलामी ने 8:27.12 सेकंड का समय लेकर कांस्य पदक जीता।

इससे पहले रिंस जोसेफ, धर्मवीर चौधरी, मनु थेक्किनालिल साजी और मोहित कुमार की भारत की चार गुणा 400 मीटर पुरुष रिले टीम ने फाइनल में प्रवेश किया।

भारतीय चौकड़ी ने तीन मिनट 6.28 सेकेंड का अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए अपनी हीट (शुरुआती दौर की रेस) में शीर्ष स्थान हासिल किया।

हीट में भारत ने चीन (तीन मिनट 6.79 सेकेंड) और मेजबान कोरिया (तीन मिनट 10.05 सेकेंड) को पछाड़कर फाइनल के लिए सीधे क्वालीफाई किया। श्रीलंका ने सत्र का सबसे तेज तीन मिनट 1.56 सेकेंड का समय निकाला।

महिलाओं की 10 हजार मीटर दौड़ के फाइनल में भारत की संजीवनी जाधव ने 33 मिनट 8.17 सेकेंड का अपना सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पांचवां स्थान हासिल किया जबकि सीमा 33 मिनट 08.23 सेकेंड के समय से छठे स्थान पर रहीं।

इस स्पर्धा में कजाकिस्तान की डेजी जेपकेमी (30 मिनट 48.44 सेकेंड) ने दबदबा बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता। जापान की रिरिरक हिरोनिका (30 मिनट 56.32 सेकेंड) और मिकुनी याडा (31 मिनट 12.21 सेकेंड) क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं।

भाषा

पंत नमिता

नमिता

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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