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रविवार, 8 जून, 2025
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शत प्रतिशत स्तर के करीब भी नहीं था: प्रणय

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(सुधीर उपाध्याय)

नयी दिल्ली, 16 जनवरी (भाषा) भारत के शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी एचएस प्रणय ने इंडिया ओपन 2024 सुपर 750 टूर्नामेंट के पहले दौर में रोमांचक मुकाबले में जीत दर्ज करने के बाद कहा कि वह अपने शत प्रतिशत स्तर के करीब भी नहीं थे और इस तरह के कड़े मुकाबलों से लय हासिल करने में मदद मिलती है।

विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता प्रणय ने दुनिया के 13वें नंबर के खिलाड़ी चीनी ताइपे के टिएन चेन चाउ को 42 मिनट में 21-6, 21-19 से हराया। भारतीय खिलाड़ी दूसरे गेम में एक समय 11-16 से पीछे था लेकिन इसके बाद जोरदार वापसी करते हुए जीत दर्ज करने में सफल रहा।

प्रणय ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘शारीरिक रूप से मैं अपने शत प्रतिशत स्तर के करीब भी नहीं था। ईमानदारी से कहूं तो 70-75 प्रतिशत स्तर पर ही खेल पाया। लय हासिल करने के लिए इस तरह के मुकाबलों की जरूरत होती है। जब आपकी कड़ी परीक्षा होती है तो आपको पता चलता कि आप किस स्तर पर हैं। इस तरह के मुकाबलों से मुझे आत्मविश्वास मिलता है कि मैं शीर्ष खिलाड़ियों के खिलाफ जीत दर्ज कर सकता हूं।’’

प्रणय ने कहा कि वह पहले गेम में योजना को अच्छी तरह से लागू करने में सफल रहे जिससे उनकी राह आसान रही जबकि टिएन चेन को कोर्ट से सामंजस्य बैठाने में परेशानी हुई जिसका उन्हें फायदा मिला।

दुनिया के आठवें नंबर के इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘पहले गेम में मैं योजना को काफी अच्छी तरह से लागू कर पाया। कोर्ट में पीछे की तरफ से मैंने काफी अंक जुटाए। वह शुरुआत में कोर्ट से सामंजस्य बैठाने में नाकाम रहा। उसने लय में आने में समय लिया जिसका मुझे फायदा मिला।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद के मुताबिक उसने दूसरे गेम में बेहतर प्रदर्शन किया और मुझे (नेट से) पीछे धकेलने में सफल रहा। लेकिन जिस तरह मैं 11-16 से पिछड़ने के बाद वापसी करने में सफल रहा उसकी खुशी है। दूसरे गेम के दूसरे हाफ में बेहतर खेल दिखाने में सफल रहा।’’

दूसरे गेम में पिछड़ने के दौरान क्या योजना थी इस बारे में पूछने पर प्रणय ने कहा, ‘‘मेरी योजना यही थी कि उसे अंक जुटाने के आसान मौके नहीं दूं। मुझे सलाह मिली थी कि नेट के करीब आकर खेलूं और उसे नेट के पास नहीं आने दूं। मैंने 11-16 के स्कोर के बाद कड़े प्रहार वाले शॉट नहीं खेले और उसे कड़े शॉट खेलने का मौका नहीं दिया।’’

प्रणय ने कहा कि सीधे गेम में जीत दर्ज करना अच्छा रहता था क्योंकि इससे शरीर पर थकान हावी नहीं होती और टूर्नामेंट के दूसरे चरण में मदद मिलती है।

उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी मुकाबले को सीधे गेम में खत्म करना अच्छा रहता है। टूर्नामेंट की शुरुआत में ही तीन गेम के मुकाबले खेलने से प्रतियोगिता के दूसरे हाफ में शरीर पर असर दिखता है और मूवमेंट धीमी हो जाती है। टिएन चेन के खिलाफ तीसरा गेम वैसे भी काफी मुश्किल रहता है। वह अपने अनुभवी से कभी भी मैच का रुख बदल सकता है।’’

प्रणय ने साथ ही कहा कि कोर्ट का एक हिस्सा तेज था। उन्होंने कहा, ‘‘कोर्ट का एक हिस्सा तेज था। मैं जिस तरफ से पहला गेम खेला वहां से शॉट और स्मैश तेज लग रहे थे जबकि दूसरी तरफ से थोड़ा अधिक जोर लगाना पड़ रहा था। हालांकि अंतर बहुत अधिक नहीं था।’’

प्रणय ने कहा, ‘‘टूर्नामेंट की शुरुआत अच्छी रही। मंगलवार को पहले दिन पहले हाफ में खेलना आसान नहीं होता। आप पर दबाव रहता है। आपकी नजरें हमेशा गुरुवार और शुक्रवार को होने वाले प्री क्वार्टर फाइनल और क्वार्टर फाइनल पर रहती है। पहले हाफ को देखते हुए दर्शक भी काफी अच्छी संख्या में आए हैं। उम्मीद करता हूं कि दूसरे हाफ में और अधिक दर्शक आएंगे और घरेलू खिलाड़ियों का मनोबल बढाएंगे।’’

भाषा सुधीर मोना

मोना

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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