पालेकल, छह जुलाई (भाषा) भारतीय महिला क्रिकेट टीम की युवा सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने कहा कि वह बेहतर क्रिकेटर बनने के लिये अपने ‘स्ट्राइक रोटेशन’ में सुधार के लिये सजग प्रयास कर रही हैं।
बड़े शॉट लगाने के लिये मशहूर 18 साल की खिलाड़ी ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे में नाबाद 71 रन (इतनी ही गेंद में) की पारी खेली थी जो उनका वनडे करियर में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और साथ ही स्मृति मंधाना (नाबाद 94 रन) के साथ 174 रन की अटूट साझेदारी से सोमवार को यहां टीम को 10 विकेट से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभायी थी। इस जीत की बदौलत भारत ने तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 से अजेय बढ़त हासिल की।
वह हालांकि अपने प्रदर्शन में निरंतरता नहीं ला पा रही हैं, विशेषकर 50 ओवर के प्रारूप में।
श्रृंखला के तीसरे और अंतिम वनडे की पूर्व संध्या पर शेफाली ने कहा, ‘‘पिछले मैचों के प्रदर्शन को देखकर मुझे लगा कि मैं एक एक रन नहीं लेती इसलिये मैंने इस पर काम किया। मैं बेहतर होने की कोशिश कर रही हूं क्योंकि मुझे लगता है कि वनडे में अपनी पारी को आगे बढ़ाने के लिये एक एक रन लेना भी बहुत महत्वपूर्ण है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर एक अच्छी गेंद फेंकी गयी है तो इस पर एक रन लेकर स्ट्राइक रोटेट करो। अगर आप स्ट्राइक रोटेट करते रहोगे तो ‘बाउंड्री’ लगाना आसान हो जाता है। मैं अपनी फिटनेस पर भी काम कर रही हूं। ’’
पिछली टी20 श्रृंखला में शेफाली अपनी शुरूआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पायी थीं, वह तीन मैचों में 31, 17 और पांच रन के स्कोर पर आउट हो गयी थीं।
लेकिन वनडे श्रृंखला में उन्होंने मार्च में विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक अर्धशतक जड़ने के बाद इस प्रारूप में पहला अर्धशतक जमाया।
शेफाली और मंधाना ने एक और दो रन लेने पर ध्यान लगाये रखा जिससे उनकी पारी के 71 रन में से 49 रन एक या दो रन से बने।
शेफाली ने कहा, ‘‘वह (स्मृति) मेरा मैदान के अंदर और बाहर बहुत समर्थन करती है, वह मुझे मेरी गलतियां बताती हैं और यह भी कि मैं कहां सुधार कर सकती हूं। मुझे उम्मीद है कि ऐसा चलता रहेगा और हम इस तरह की और साझेदारियां बनायेंगे। ’’
मिताली राज के संन्यास के बाद अब हरमनप्रीत कौर हर प्रारूप में टीम की अगुआई कर रही हैं।
शेफाली ने कहा कि नयी कप्तान युवाओं का लगातार समर्थन करती हैं, उन्होंने कहा, ‘‘हैरी दी (हरमनप्रीत) युवाओं का काफी समर्थन करती हैं। हमारी टीम में काफी युवा हैं। उन्होंने ऐसी संस्कृति बना दी है कि हमारे बीच संवाद जारी रहता है, हम एक दूसरे से बात करते रहते हैं। हां, अब टीम में अच्छी संस्कृति है। ’’
वह श्रृंखला में ऑफ-ब्रेक गेंदबाजी करती भी दिखायी दी तो उन्होंने कहा कि यह कप्तान का विचार था।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा नेट में गेंदबाजी करना चाहती थी और हाल में मुझे घरेलू क्रिकेट में गेंदबाजी का मौका मिला तभी से मेरे अंदर आत्मविश्वास आया। हैरी दी ने भी मेरा समर्थन किया, यह उनका विचार था और उन्होंने नेट में मुझे लगातार अभ्यास करने को भी कहा। मैं इस पर भी काम करने की कोशिश कर रही हूं। ’’
भाषा नमिता सुधीर
सुधीर
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