नयी दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा) उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को अपने सेवानिवृत्त न्यायाधीश एल नागेश्वर राव को बिहार क्रिकेट संघ का लोकपाल नियुक्त किया जिससे कि कुछ पदाधिकारियों की कथित अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति आर महादेवन की पीठ ने कहा कि वह किसी बाहरी ताकत के हस्तक्षेप या सदस्यों के आपसी विवादों के बिना संघ के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए यह आदेश पारित कर रही है।
शीर्ष अदालत पटना उच्च न्यायालय के एक आदेश के खिलाफ याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसने अदालत के पूर्व न्यायाधीश शैकेश कुमार सिंह को लोकपाल नियुक्त करने के एकल पीठ के निर्देश को रद्द कर दिया था।
शीर्ष अदालत ने कहा कि पूरा मामला लोकपाल की नियुक्ति के इर्द-गिर्द घूमता है।
शीर्ष अदालत ने कहा कि एकल न्यायाधीश ने नियुक्ति की थी लेकिन उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने इस नियुक्ति को रद्द कर दिया और बीसीसीआई को एक नया लोकपाल नियुक्त करने का निर्देश दिया।
पीठ ने कहा, ‘‘हम यह समझ नहीं पा रहे हैं कि बीसीसीआई इस मामले में क्यों शामिल है और जहां तक बिहार क्रिकेट संघ का सवाल है तो बीसीसीआई का लोकपाल की नियुक्ति से क्या लेना-देना है। ऐसी परिस्थितियों में व्यापक जनहित में और बिहार क्रिकेट संघ के सुचारू और प्रभावी संचालन के लिए हम इस नियुक्ति को रद्द करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव को बिहार क्रिकेट संघ का लोकपाल नियुक्त करते हैं। बिहार क्रिकेट संघ के कामकाज की रूपरेखा तय करने के लिए दोनों पक्षों की न्यायमूर्ति राव के साथ एक औपचारिक बैठक होनी चाहिए।’’
पीठ ने कहा, ‘‘न्यायमूर्ति राव को दिया जाने वाला मानदेय संबंधित पक्षों के परामर्श से तय किया जाएगा।’’
भाषा सुधीर आनन्द
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