लखनऊ, 23 जनवरी (भाषा) दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू ने रविवार को यहां युवा हमवतन भारतीय मालविका बंसोड़ को सीधे गेम में हराकर सैयद मोदी इंटरनेशल बैडमिंटन टूर्नामेंट का दूसरी बार महिला एकल खिताब जीता।
कोविड-19 के कई मामलों के कारण कई शीर्ष खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में हो रहे इस टूर्नामेंट में शीर्ष वरीय सिंधू को एकतरफा फाइनल में मालविका के खिलाफ 21-13 21-16 की जीत के दौरान अधिक पसीना नहीं बहाना पड़ा।
सिंधू ने फाइनल में सिर्फ 35 मिनट में जीत दर्ज की।
पूर्व विश्व चैंपियन सिंधू का यह दूसरा सैयद मोदी खिताब है। इससे पहले उन्होंने 2017 में भी इस बीडब्लयूएफ विश्व टूर सुपर 300 टूर्नामेंट का खिताब जीता था।
इससे पहले इशान भटनागर और तनीषा क्रास्टो की भारतीय जोड़ी ने हमवतन टी हेमा नागेंद्र बाबू और श्रीवेद्या गुराजादा को सीधे गेम में हराकर मिश्रित युगल का खिताब अपने नाम किया।
इशान और तनीषा ने गैरवरीय भारतीय जोड़ी के खिलाफ सिर्फ 29 मिनट में 21-16 21-12 से जीत दर्ज की।
अर्नाड मर्कल और लुकास क्लेयरबाउट के बीच पुरुष एकल खिताबी मुकाबले को ‘नो मैच’ (मैच नहीं हुआ) घोषित किया गया जब एक फाइनलिस्ट कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया।
अन्ना चिंग यिक चयोंग और तियोह मेई जिंग की आठवीं वरीय मलेशियाई जोड़ी ने तृषा जॉली और गायत्री गोपीचंद की सातवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी पर 21-12 21-13 की उलटफेर भरी जीत से महिला युगल खिताब अपने नाम किया।
पुरूष युगल फाइनल में भी यही हाल रहा जिसमें मलेशिया के मान वेई चोंग और कोई वुन टी की आठवीं वरीय जोड़ी ने कृष्णा प्रसाद गारागा और विष्णुवर्धन गौड़ की छठी वरीयता प्राप्त जोड़ी को 21-18 21-15 से हराकर उलटफेर किया।
दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधू और 84वें नंबर की खिलाड़ी मालविका के बीच महिला एकल मैच में एकतरफा मुकाबले की उम्मीद थी और अंतत: ऐसा ही हुआ।
सिंधू ने अपने अनुभव और कौशल का इस्तेमाल करते हुए मालविका को कोई मौका नहीं दिया।
तोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता सिंधू ने शुरुआत से ही दबदबा बनाते हुए 7-0 की बढ़त बनाई। सिंधू अपनी लंबाई का फायदा उठाते हुए ब्रेक तक 11-1 से आगे थी।
ब्रेक के बाद मालविका ने अपने खेल में सुधार करते हुए कुछ अंक जुटाए और सिंधू की बढ़त को कम किया लेकिन पूर्व विश्व चैंपियन को पहला गेम आसानी से जीतने से नहीं रोक पाईं।
दूसरे मुकाबले में दोनों खिलाड़ियों के बीच बेहतर मुकाबला देखने को मिला। मालविका ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का प्रयास किया लेकिन यह सिंधू के स्तर को चुनौती देने के लिए पर्याप्त नहीं था।
सिंधू ने अपनी लंबाई का अच्छा इस्तेमाल करते हुए शानदार स्मैश लगाए और कुछ अच्छे ड्रॉप शॉट खेले जिसका मालविका के पास कोई जवाब नहीं था। सिंधू ब्रेक तक 11-4 से आगे थी।
मालविका ने ब्रेक के बाद कुछ हद तक वापसी की और लगातार चार अंक के साथ स्कोर 12-17 किया। मालविका चार और अंक जुटाने में सफल रहीं लेकिन सिंधू ने बिना किसी परेशानी से गेम, मैच और खिताब जीत लिया।
सिंधू ने मैच के बाद कहा, ‘‘यह मेरे लिये काफी अच्छा हफ्ता रहा, अच्छे मैच रहे इसलिये मैं जीत से खुश हूं। ’’
भाषा नमिता आनन्द
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