चेन्नई, 13 जून (भाषा) अप्रैल में फेडरेशन कप में महिलाओं की 400 मीटर दौड़ में चैंपियन बनने के बाद जानबूझकर डोप परीक्षण एजेंसियों से बचने के आरोपों का खंडन करते हुए महाराष्ट्र की एथलीट ऐश्वर्या मिश्रा ने सोमवार को कहा कि वह परीक्षण से नहीं बच रही थी बल्कि निजी दौरे पर उत्तर प्रदेश में थी।
उनके निजी कोच सुमित सिंह ने पिछले महीने कहा था कि ऐश्वर्या उत्तर प्रदेश के एक गांव में अपनी बीमार दादी की देखभाल कर रही थी।
यह पूछे जाने पर कि क्या यह सच है कि वह डोप परीक्षण से बच रही थी, ऐश्वर्या ने पीटीआई से कहा, ‘‘यह सच नहीं है, मैं उस समय उत्तर प्रदेश में थी। यहां तक कि मेरे परिवार में भी कोई नहीं जानता था कि मैं कहां हूं।’’
उन्होंने कहा कि वह इस मामले पर बाद में बात करेंगी।
ऐश्वर्या ने सोमवार की राष्ट्रीय अंतरराज्यीय सीनियर चैंपियनशिप में महिलाओं की 200 मीटर की तीसरी हीट 23.73 सेकेंड के समय के साथ जीतकर मंगलवार को होने वाले फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। उन्होंने स्टार धाविका हिमा दास (24.40 सेकंड) से तेज समय निकाला। हिमा ने भी फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
पिछले महीने ऐश्वर्या ने डोप परीक्षण एजेंसियों को काफी परेशान किया था क्योंकि वे उनके ठिकाने का पता नहीं लगा पा रहे थे।
अब चैंपियनशिप के दौरान उनका परीक्षण किया जा सकता है क्योंकि राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) की डोप परीक्षण टीम यहां है।
भाषा
पंत आनन्द
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