पर्थ, 21 नवंबर (भाषा) जसप्रीत बुमराह शुक्रवार से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रहे पहले टेस्ट के लिए अपनी एकादश का खुलासा करने के लिए तैयार नहीं है लेकिन उन्होंने पर्याप्त संकेत दिए कि टीम प्रबंधन ने नितीश कुमार रेड्डी की ऑलराउंड क्षमताओं पर काफी निवेश किया है जो भारतीय एकादश को संतुलित कर सकता है।
एक कप्तान के रूप में बुमराह को जिस बात ने प्रभावित किया है वह यह है कि टीम के युवा खिलाड़ी ना तो अपनी भूमिका को लेकर भ्रमित हैं और ना ही वे ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट श्रृंखला खेलने के अवसर से घबराए हुए हैं।
रेड्डी, युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा, देवदत्त पडिक्कल, यशस्वी जायवाल, प्रसिद्ध कृष्णा और ध्रुव जुरेल पहली बार ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर आए हैं।
बुमराह ने पहले टेस्ट की पूर्व संध्या पर बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘रेड्डी काफी प्रतिभावान है और हम उसे लेकर सकारात्मक हैं। आपने आईपीएल में भी देखा है, उसे अपने खेल पर विश्वास है।’’
बुमराह ने इस बात की प्रशंसा की कि खिलाड़ियों की यह पीढ़ी निडर और अपने दृष्टिकोण में स्पष्ट है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी टीम में युवाओं के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि जब आप उनसे बात करते हैं तो कोई भी भ्रमित या भयभीत नहीं दिखता।’’
बुमराह ने कहा, ‘‘जब आपको अपनी क्षमताओं पर विश्वास होता है तो आपको एक नेतृत्वकर्ता के रूप में बहुत आत्मविश्वास मिलता है कि एक युवा कठिन काम करना चाहता है। वह जिम्मेदारी चाहता है और खुद को साबित करना चाहता है। कप्तान के लिए इससे ज्यादा खुशी की बात और कुछ नहीं हो सकती।’’
विराट कोहली का मौजूदा फॉर्म बहस का विषय हो सकता है लेकिन बुमराह को इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत का शीर्ष बल्लेबाज अच्छी लय में है और यह विपक्ष के लिए एक अशुभ संकेत हो सकता है।
बुमराह ने कहा, ‘‘मुझे बल्लेबाज के रूप में कोहली के बारे में कुछ नहीं कहना है। मैंने उनके नेतृत्व में अपना (टेस्ट) पदार्पण किया है। मुझे उन्हें किसी तरह के विशेष इनपुट देने की जरूरत नहीं है और वह हमारी टीम में सबसे बेहतरीन पेशेवर खिलाड़ी हैं और नेतृत्वकर्ता में से एक हैं।’’
बुमराह ऑस्ट्रेलिया में अपने तीसरे टेस्ट दौरे पर आए हैं और कार्यवाहक कप्तान युवाओं को बताते रहते हैं कि एक बार जब कोई खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन करता है तो उसका करियर तेजी से आगे बढ़ता है।
बुमराह के लिए यह मायने नहीं रखता कि वह 100 टेस्ट खेल चुके हैं या 50 टेस्ट, यह आत्मविश्वास ही है जो सारा अंतर पैदा करता है।
बुमराह का मानना है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 की हार से सबक लिया जाना चाहिए लेकिन टीम आगे बढ़ चुकी है और चुनौतियों से भरी एक नई यात्रा पर निकल पड़ी है। अंत में चाहे कोई जीत जाए या हार जाए, नई शुरुआत फिर भी शून्य से ही होती है।
भाषा सुधीर नमिता
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