(कुशान सरकार)
नयी दिल्ली, 21 नवंबर (भाषा) महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर को यकीन है कि लोकेश राहुल ऑस्ट्रेलिया के विकेटों पर अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं, जैसे उन्होंने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में किया था।
नियमित कप्तान रोहित शर्मा पितृत्व अवकाश पर हैं जिससे भारत के पास शुक्रवार से पर्थ में शुरू हो रहे पहले टेस्ट में यशस्वी जायसवाल के सलामी जोड़ीदार के रूप में रिजर्व सलामी बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन और अनुभवी राहुल में से किसी एक को उतारने का विकल्प है।
फिलहाल टीम प्रबंधन राहुल के पक्ष में दिख रहा है जो भारत के लिए पहले भी टेस्ट मैच में पारी का आगाज कर चुके हैं और पिछले साल सेंचुरियन में उन्होंने यादगार शतक जड़ा था। हालांकि 53 टेस्ट खेलने के बावजूद उनके प्रदर्शन में निरंतरता नहीं दिखी है।
गावस्कर ने श्रृंखला के पहले टेस्ट से पूर्व पीटीआई को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘लोकेश राहुल ने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में बल्लेबाजी करते हुए सबसे बेहतरीन शतकों में से एक बनाया था जिसे मैंने देखा है इसलिए यहां भी ऐसा करना उनके लिए कोई समस्या नहीं होगी।’’
उन्होंने कहा ‘‘सभी बल्लेबाजों की तरह उन्हें भी शुरुआत में थोड़े भाग्य की जरूरत होगी और अगर उन्हें यह मिल जाता है तो वह टीम को ठोस शुरुआत दिला सकते हैं।’’
भारतीय क्रिकेट के सबसे सम्मानित व्यक्तियों में से एक गावस्कर का हमेशा से मानना रहा है कि टेस्ट क्रिकेट में टीम को हमेशा अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों को खिलाना चाहिए, भले ही इसके लिए दो स्पिनरों को मैदान में उतारना पड़े।
भारतीय टीम में आंध्र के ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी को मौका मिलने की पूरी संभावना है जो चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका भी निभाएंगे।
गावस्कर ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि आपको टेस्ट मैच के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों को चुनना होगा फिर चाहे पिच कैसा भी व्यवहार करे। अश्विन और जडेजा जैसे गेंदबाजों ने मिलकर लगभग 900 विकेट लिए हैं। उन्होंने मिलकर आधा दर्जन से अधिक टेस्ट शतक भी लगाए हैं।’’
पूर्व भारतीय कप्तान ने अपने तर्क को स्पष्ट करते हुए कहा, ‘‘भले ही उन्हें पिच से ज्यादा मदद नहीं मिले लेकिन वे अपने कौशल और अनुभव से रन बनाने की गति को धीमा कर सकते हैं और बल्लेबाजों पर दबाव बना सकते हैं।’’
एक खिलाड़ी और फिर एक विश्लेषक के रूप में बहुत से बदलावों को देखने वाले ‘लिटिल मास्टर’ गावस्कर भविष्य में क्या होने वाला है इस बारे में चिंता नहीं करना चाहते।
यह पूछे जाने पर कि बदलाव कितना मुश्किल होगा, उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि टीम में कोई भी इतना आगे देख रहा है और इस टेस्ट श्रृंखला पर ध्यान केंद्रित है, विशेष रूप से पहले कुछ टेस्ट पर जो महत्वपूर्ण होंगे।’’
गावस्कर को साथ ही भरोसा है कि भारत की प्रतिभावान टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में 0-3 की हार को पीछे छोड़ चुकी है और उसका ध्यान पूरी तरह से पांच मैच की आगामी श्रृंखला पर है।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह एक बल्लेबाज को पिछली गेंद को भूलकर अगली गेंद पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है उसी तरह अच्छी टीमें भी पिछले टेस्ट मैच में क्या हुआ था यह भूलकर अगले मैच पर ध्यान केंद्रित करती हैं।’’
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘इस टीम में मौजूद अनुभव के कारण मुझे यकीन है कि वे युवाओं को अगले मैच पर ध्यान देने और पिछले मैच के बारे में नहीं सोचने के लिए मार्गदर्शन करेंगे।’’
भाषा सुधीर नमिता
नमिता
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