नयी दिल्ली, तीन नवंबर (भाषा) पार्थवी ग्रेवाल, वंशिका गोस्वामी और हेमंत सांगवान ने कोलोराडो (अमेरिका) में विश्व मुक्केबाजी द्वारा आयोजित पहली अंडर-19 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किये जिससे भारतीय मुक्केबाजों ने 17 पदक जीत कर दमदार प्रदर्शन किया।
आयु वर्ग की इस प्रतियोगिता में भारत की महिला मुक्केबाजों ने 10 पदक के साथ पुरुषों से बेहतर प्रदर्शन किया।
पार्थवी ने महिलाओं के 65 किग्रा फाइनल में नीदरलैंड की आलिया होपेमा पर 5-0 से एकतरफा जीत दर्ज की जबकि वंशिका ने शनिवार को यहां महिलाओं की 80 किग्रा वर्ग में जर्मनी की विक्टोरिया गैट को महज एक मिनट और 37 मिनट में शिकस्त दे दी।
हेमंत ने 90 किग्रा वर्ग में अमेरिका के रिशोन सिम्स पर 4-1 के विभाजित निर्णय से जीत हासिल करके पुरुष वर्ग में भारत का एकमात्र स्वर्ण पदक जीता।
निशा (51 किग्रा), सुप्रिया देवी थोकचोम (54 किग्रा) और कृतिका वासन (80 किग्रा) को अपने-अपने फाइनल में हार के बाद रजत पदक के साथ संतोष करना पड़ा।
भारत के लिए पदक जीतने वाले मुक्केबाजों में 11 खेलों इंडिया से जुड़े खिलाडी है जबकि इसमें से आठ साइ (भारतीय खेल प्राधिकरण) राष्ट्रीय उत्कृष्ठता केंद्र के प्रशिक्षु है।
भारत के पदक विजेता
स्वर्ण: कृषा वर्मा (महिला 75 किग्रा), पार्थवी ग्रेवाल (महिला 65 किग्रा), वंशिका गोस्वामी (महिला 80 से अधिक किग्रा), हेमंत सांगवान (पुरुष 90 किग्रा)।
रजत: निशा (महिला 51 किग्रा), सुप्रिया देवी थोकचोम (महिला 54 किग्रा), कृतिका वासन (महिला 80 किग्रा), चंचल चौधरी (महिला 48 किग्रा), अंजलि सिंह (महिला 57 किग्रा), विनी (महिला 60 किग्रा), आकांक्षा फलसवाल (महिला 70 किग्रा), राहुल कुंडू (पुरुष 75 किग्रा)।
कांस्य: ऋषि सिंह (पुरुष 50 किग्रा), कृष पाल (पुरुष 55 किग्रा), सुमित (पुरुष 70 किग्रा), आर्यन (पुरुष 85 किग्रा), लक्ष्य राठी (पुरुष 90 से अधिक किग्रा)।
भाषा आनन्द पंत
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