(सुधीर उपाध्याय)
नयी दिल्ली, 17 जनवरी (भाषा) विश्व रैंकिंग में दूसरे नंबर पर काबिज होने के कारण सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारत की पुरुष युगल जोड़ी का ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना लगभग तय है लेकिन इस जोड़ी ने कहा कि वे अभी पेरिस खेलों के बारे में नहीं सोच रहे और एक बार में एक मैच पर ध्यान दे रहे हैं।
एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन सात्विक और चिराग की जोड़ी को इंडिया ओपन के पहले दौर में फैंग चीह ली और फैंग जेन ली की चीनी ताइपे की दुनिया की 24वें नंबर की जोड़ी को एक घंटे और 18 मिनट में 21-15, 19-21, 21-16 हराया।
चिराग ने पहले दौर के मुकाबले के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘ओलंपिक में अब भी छह से सात महीने का समय बचा है। सात महीने छोड़िए हम सिर्फ उस मैच पर ध्यान दे रहे हैं जिसमें खेल रहे हैं। अगले कुछ समय में हम एक बार में एक मैच पर ही ध्यान देंगे।’’
सात्विक ने भी कहा कि वे इंडिया ओपन के फाइनल में खेलना चाहते हैं लेकिन भी नजरें अगले मुकाबले पर हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम एक बार में एक मैच पर ध्यान दे रहे हैं। हम फाइनल के बारे में नहीं सोच रहे। हम इंडिया ओपन में फाइनल में खेलना चाहते हैं लेकिन अभी इसके बारे में नहीं सोच रहे।’’
भारतीय जोड़ी ने पहला गेम जीतने के बाद कई गलतियां की और दूसरा गेम गंवा दिया। सात्विक और चिराग ने स्वीकार किया कि उन्हें सामंजस्य बैठाने में दिक्कत हुई।
चिराग ने कहा, ‘‘हम सोमवार देर रात यहां पहुंचे। कार्यक्रम ऐसा ही है। आपको तेजी से सामंजस्य बैठाना होता है। यह मुश्किल है लेकिन हमें खुशी है कि हम पहला मैच जीत पाए।’’
सात्विक ने कहा, ‘‘मैं आसान मुकाबले को प्राथमिकता देता। हम दूसरे गेम तक ही 40 मिनट से अधिक खेल चुके थे। दूसरे गेम में 18-19 के स्कोर पर महत्वपूर्ण अंक था जो हमने गंवा दिया। दूसरे गेम में 1-4 से पिछड़ते हुए हम दबाव में थे लेकिन वापसी करते हुए लगातार 10 (नौ अंक) के आसपास अंक के साथ जीत दर्ज करने में सफल रहे।’’
भारतीय जोड़ी को मलेशिया ओपन के फाइनल में रविवार को लियांग वेई केंग और वैंग चेन की चीन की जोड़ी के खिलाफ 21-9, 18-21, 17-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी जिसके बाद सात्विक और चिराग की जोड़ी सोमवार रात यहां पहुंची और उन्हें अभ्यास करने का अधिक मौका नहीं मिला।
चिराग ने कहा, ‘‘ फाइनल में हारना निशानाजनक होता है लेकिन मलेशिया में हमने अच्छा प्रदर्शन किया। हम साल की अच्छी शुरुआत करना चाहते थे और ऐसा करने में सफल रहे। यहां लय हासिल करने में थोड़ी दिक्कत हुई। हम मलेशिया में स्तरीय खिलाड़ियों के खिलाफ पांच मुकाबले खेलने के बाद यहां आए हैं इसलिए सामंजस्य बैठाने में थोड़ा समय लगेगा। हमने मुख्य हॉल में अभ्यास नहीं किया है और पहली बार (बिना अभ्यास के) यहां खेल रहे थे। चीनी ताइपे की जोड़ी काफी मजबूत है। अंत में हम धैर्य बरकरार रखते हुए जीत दर्ज करने में सफल रहे।
सात्विक ने कहा, ‘‘मलेशिया में भी हमने अच्छी स्थिति में होने के बाद काफी अंक गंवाए। हमें ध्यान रखना होगा कि पहला गेम जीतने के बाद मैच को दूसरे गेम में खत्म करें, गलतियां नहीं करें। हम इस पर काम कर रहे हैं। मलेशिया में पांचों मुकाबलों के दौरान ऐसा हुआ और यहां भी वही चीज दोहराई गई।’’
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सुधीर मोना
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