मुंबई, 23 अगस्त (भाषा) महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने शनिवार को कहा कि वानखेड़े स्टेडियम में एमसीए शरद पवार क्रिकेट संग्रहालय के उद्घाटन के दौरान उनकी प्रतिमा के अनावरण के बाद उनके पास कहने को शब्द ही नहीं हैं और वह इससे काफी अभिभूत हैं।
पूर्व कप्तान की प्रतिमा का अनावरण बीसीसीआई और आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष शरद पवार के साथ किया गया। संग्रहालय 22 सितंबर को आम जनता के लिए खोला जाएगा।
गावस्कर ने मीडिया से कहा, ‘‘सहीं में मेरे पास कहने को शब्द नहीं हैं क्योंकि मैं इस अनोखे सम्मान से अभिभूत हूं। ऐसा हर किसी के साथ नहीं होता कि संग्रहालय के ठीक बाहर एक प्रतिमा हो जहां इतनी अधिक भीड़ होगी। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पहले भी कहा है कि मुंबई क्रिकेट संघ मेरी मां की तरह है। जब मैंने स्कूल स्तर पर क्रिकेट खेलना शुरू किया और बॉम्बे स्कूलों के लिए खेला, तब इसने मेरा हाथ थामा। ’’
गावस्कर ने कहा, ‘‘इसके बाद मैंने रणजी ट्रॉफी आदि भी खेले। मुंबई के लिए खेलना मेरे लिए सौभाग्य, सम्मान और आशीर्वाद की बात रही है और मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि यह इस मुकाम तक पहुंचेगा। ’’
गावस्कर की प्रतिमा उनके टेस्ट इतिहास में 10,000 रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बनने का जश्न मनाती है जो उन्होंने मार्च 1987 में पाकिस्तान के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट के दौरान पूरे किए थे।
प्रतिमा के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘यह मुझे उस खास पल की याद दिलाती है जब वह गेंद फेंकी गई थी और मैंने 10,000वां रन बनाया था। इसलिए इसने बहुत अच्छी यादें ताजा कर दीं। ’’
मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के अध्यक्ष अजिंक्य नाइक ने कहा, ‘‘मैंने उनसे पूछा कि भारतीय क्रिकेट में उनके पसंदीदा पल कौन से हैं। उन्होंने मेरे साथ कुछ तस्वीरें साझा कीं। मुझे लगता है कि यह उनके साथ-साथ मुंबई और भारतीय क्रिकेट के लिए भी सबसे बेहतरीन पल था। ’’
संग्रहालय में गावस्कर की दो कैप होंगी, एक मुंबई की और दूसरी दादर यूनियन स्पोर्ट्स क्लब की।
भाषा नमिता आनन्द
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