मोहाली, छह मार्च (भाषा) भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने यहां रविवार को टेस्ट क्रिकेट में देश के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज बनने के बाद कहा कि उन्होंने जब अपना करियर शुरू किया था तो कभी नहीं सोचा था कि वह महान क्रिकेटर कपिल देव के टेस्ट विकेट की उपलब्धि को पीछे छोड़ देंगे।
उन्होंने साथ ही कहा कि खेल ने उन्हें जो कुछ दिया है, वह उसके लिये शुक्रगुजार हैं।
अपने 85वें टेस्ट मैच में 35 वर्षीय अश्विन ने श्रीलंका की दूसरी पारी में चरिथ असालंका को आउट कर महान क्रिकेटर कपिल देव के 434 टेस्ट विकेट की उपलब्धि को पीछे छोड़ दिया। भारत ने यह टेस्ट पारी और 222 रन से जीता।
कपिल देव ने 434 विकेट 131 मैचों में हासिल किये थे। इस सूची में महान क्रिकेटर अनिल कुंबले 619 विकेट से शीर्ष पर हैं जो उन्होंने 132 मैचों में हासिल किये।
अश्विन ने जीत के बाद अपने इंस्टाग्राम पेज पर लिखा, ‘‘28 साल पहले, मैं महान क्रिकेटर कपिल देव के विकेटों के विश्व रिकॉर्ड का जश्न मना रहा था। मुझे जरा सा भी अंदाजा नहीं था कि मैं एक ऑफ स्पिनर बनूंगा, देश के लिये खेलूंगा और यहां तक कि महान क्रिकेटर के विकेट की उपलब्धि को पीछे छोड़ दूंगा। मैं खुश हूं और इस खेल ने मुझे अभी तक जो दिया है, उसके लिये शुक्रगुजार हूं। ’’
उन्होंने साथ ही कहा कि श्रीलंका के खिलाफ पहले मैच में विकेट हासिल करना आसान नहीं था इसलिये उन्हें लंबे समय तक कसी गेंदबाजी करनी पड़ी।
अश्विन ने कहा, ‘‘पिच वास्तव में काफी अच्छी थी, बल्लेबाज जब रक्षात्मक होकर खेल रहे थे तो उन्हें आउट करना आसान नहीं था। आपको लंबे समय तक कसी गेंदबाजी करनी पड़ी। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि (मोहम्मद) शमी और जसप्रीत (बुमराह) ने उस छोर से दबाव बनाया, जहां पिच ज्यादा टर्न नहीं ले रही थी। ’’
अश्विन ने स्टार आल राउंडर रविंद्र जडेजा के मैच विजयी प्रदर्शन की भी प्रशंसा की और कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वह पिछले चार-पांच वर्षों में काफी आगे बढ़ चुका है। मेरी राय में वह जिस नंबर पर बल्लेबाजी कर रहा है, वह थोड़ा नीचे है। वह जानता है कि वह क्या कर रहा है और यह उसकी बल्लेबाजी में झलकता है। ’’
भाषा नमिता
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