( कुशान सरकार )
नयी दिल्ली, 18 फरवरी ( भाषा ) यश धुल को हमेशा से पता था कि जूनियर स्तर से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में आसानी से पदार्पण तभी होगा जब वह चुनौतियों का सामना करने के लिये तैयार रहे और इसी वजह से तमिलनाडु के खिलाफ दिल्ली के लिये पहला रणजी मैच खेलते हुए उन्हें कामयाबी मिली ।
अंडर 19 विश्व कप विजेता कप्तान अपने कैरियर में मध्यक्रम के बल्लेबाज रहे हैं लेकिन तमिलनाडु जैसी मजबूत टीम के खिलाफ उन्होंने पारी का आगाज करते हुए 113 रन बनाये ।
धुल ने पहले दिन के खेल के बाद पीटीआई को दिये इंटरव्यू में कहा ,‘‘मेरे क्रिकेट कैरियर में कई कोच रहे लेकिन बचपन से राजेश नागर सर ने मेरा मार्गदर्शन किया । उन्होंने कहा था कि रणजी ट्रॉफी में मुझे पारी की शुरूआत करनी पड़ सकती है और मुझे इसके लिये तैयार रहना होगा ।’’
दिल्ली क्रिकेट में कई ऐसे उदाहरण हैं जब युवा क्रिकेटर प्रतिभाशाली होने के बावजूद शुरूआती चकाचौंध में खो गए ।
धुल ने कहा ,‘‘ टीम की जरूरत के हिसाब से आपको तालमेल बिठाना है और इसमें कोई सवाल ही नहीं उठाता । मैं किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी के लिये तैयार हूं । मैंने अपने कैरियर की शुरूआत ही की है और लगातार अच्छा प्रदर्शन करके मुझे छाप छोड़नी है ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ इसलिये जब भी आपको मौका मिले, उसका पूरा फायदा उठाना है। मुझे जब बताया गया कि मैं पारी की शुरूआत करूंगा तो मैं मानसिक रूप से तैयार था ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ इस स्तर पर क्रिकेट तकनीक के साथ मानसिकता की भी बात है । अगर मानसिक रूप से रवैया सही है तो प्रदर्शन भी ठीक होता है । मैं पूरी मानसिक तैयारी के साथ उतरता हूं ।’’
भाषा मोना पंत
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